मूलभूत, 14वे वित्त सहित निर्माण कार्यों की आड़ में भारी भ्रष्टाचार करने वाले शिवपुर सरपंच- सचिव पर कार्यवाही नही होने से हौसले बुलंद, पंचों द्वारा एसडीएम से दो माह पूर्व की गई थी शिकायत, शिकायतकर्ताओं ने प्रशासनिक गतिविधि पर उठाए सवाल

कोरबा/पाली 07 जून (वेदांत समाचार) मूलभूत और 14वे वित्त सहित अन्य निर्माण कार्यों और उसके भुगतान की आड़ में लाखों का बंदरबाँट तथा कम लागत से कराए गए कार्यों में भी राशि पूरी निकालने वाले शिवपुर पंचायत के सरपंच- सचिव के विरुद्ध गत दो माह पूर्व पंचों द्वारा पाली अनुविभाग के एसडीएम से की गई लिखित शिकायत पर आज पर्यन्त किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही होने के फलस्वरूप सरपंच- सचिव के हौसले काफी बुलंद है। वहीं कार्यवाही नही होने को लेकर शिकायतकर्ताओं ने प्रशासनिक गतिविधि पर सवाल उठाए है।

मामला पाली जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत शिवपुर का है जहां के सरपंच राजू जगत एवं सचिव महेश मरकाम ने मिलकर मूलभूत व 14वे वित्त मद की राशि का ग्राम विकास एवं मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के नाम पर जमकर घोटाला कर डाला यही नही उन्होंने अन्य योजनाओं के तहत स्वीकृत राशि से भी आधे- अधूरे कार्य कराए और राशि पूरी आहरण की गई। सरपंच- सचिव के विरूद्ध पंचों द्वारा बीते 08 अप्रैल 2021 को पाली अनुविभाग के तत्कालिन एसडीएम अरुण खलखों को 14 बिंदु के सौंपे गए संयुक्त हस्ताक्षरमय शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना में फर्जी बिल-व्हाऊचर के जरिए 1 लाख 47 हजार 800 रुपए का आहरण कर लिया किंतु कार्य मात्र 5 से 7 हजार रुपए का हुआ है वहीं पुलिया निर्माण के नाम पर 3 लाख रुपए का गबन किया है जबकि यह कार्य वर्ष 2020 में कहीं हुआ ही नही और न ही इसका प्रस्ताव हुआ है। पानी पाइप के नाम पर बिना कार्य और खरीदी किए बगैर फर्जी बिल से 50 हजार निकाल लिए गए। राउत तालाब के नाम से 1 लाख आहरण हुआ किंतु 20-30 हजार का ही हुआ है। मूलभूत ट्रांसफर के नाम पर 3 लाख रुपए गबन किया गया। सबमर्शिबल पंप सेट का फर्जी बिल लगाकर 1 लाख रुपए निकाला गया। निर्माण कार्य हुए बिना ही नाली निर्माण की राशि 1 लाख 65 हजार रुपए आहरण किया। अतिरिक्त निर्माण के नाम पर 2 लाख रुपए निकाले गए किंतु इस अतिरिक्त निर्माण की जानकारी पंचायत को नहीं है। नाली निर्माण का फर्जी 3 लाख रुपए भुगतान किया गया जो 2020 में कोई कार्य इस तरह का नहीं हुआ। नाली निर्माण हेतु 89100 रुपए का फर्जी आहरण हुआ। 98 हजार की पुलिया का बिना कार्य और भौतिक सत्यापन बगैर 2 जून 2020 को कुल राशि आहरण कर लिया गया। 19 लाख रुपए में निर्मित कर्रानाला पुल के नाम पर 1 लाख 50 हजार रुपए मूलभूत राशि निकाल लिया गया जो गलत है।

शिकायतकर्ताओं के अनुसार फूलवारीपारा से कर्रानाला मार्ग पर पहले से पुल बना हुआ था जिस पर सिर्फ मरम्मत कार्य कराकर पुलिया निर्माण के नाम पर 9 लाख रुपए आहरण कर लिया गया। उक्त सभी कार्य व राशि आहरण की जानकारी पंचों को नहीं है। शिकायतकर्ता पंच कृष्ण कुमार, गुलाब राम, अमरनाथ, विनोद कुमार, घनश्याम पटेल, राजेन्द्र, भरतलाल, चुन्नीलाल, रमेश पटेल, रामानंद, पंचराम कंवर आदि ने संयुक्त हस्ताक्षरमय शिकायत एसडीएम से करते हुए सरपंच, सचिव द्वारा प्रस्तुत बिल-व्हाऊचर की जांच, कार्यों का भौतिक सत्यापन शिकायतकर्ताओं की उपस्थिति में कराने एवं संबंधितों के विरूद्ध उचित कार्यवाही की मांग की थी लेकिन आज पर्यन्त तक मामले में किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही हो पाने के कारण सरपंच- सचिव के हौसले काफी बुलंद है। शिकायतकर्ता पंचों ने मामले में किसी भी प्रकार की कार्यवाही का अबतक सुगबुगाहट नही होने को लेकर प्रशासनिक गतिविधि पर सवाल उठाए है।