Kangana Ranaut की Emergency का रास्ता साफ़! रिलीज लटकाने वाले अफसर की छुट्टी, किसी भी समय हो सकता है नई डेट का ऐलान…

डेस्क –हरियाणा विधानसभा चुनाव पर फिल्म ‘इमरजेंसी’ के असर को लेकर भारतीय जनता पार्टी चिंतित थी। पार्टी की मुंबई इकाई को भी लगा कि जी एंटरटेनमेंट के मालिक सुभाष चंद्रा ने इसका समर्थन किया है।

सेंसर बोर्ड को फिल्म की सही तरीके से ‘जांच’ करने का जिम्मा दिया गया और इसके मुंबई कार्यालय के क्षेत्रीय अधिकारी ने पूरी तत्परता से इसकी ‘जांच’ करवाई। हरियाणा में मतदान के बाद एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं और खबर है कि इस हफ्ते किसी भी दिन फिल्म ‘इमरजेंसी’ की नई रिलीज डेट का ऐलान हो सकता है।


हरियाणा विधानसभा चुनाव के लगभग सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिख रहा है। इस एग्जिट पोल के बाद जी एंटरटेनमेंट में भी अलग माहौल दिखाई दे रहा है। जी की फिल्म निर्माण कंपनी जी स्टूडियोज में भी कल शाम से ही ‘इमरजेंसी’ की रिलीज की उल्टी गिनती शुरू होने के मौखिक संकेत दिए जा चुके हैं। महाराष्ट्र और हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ नेताओं ने शीर्ष तक यह संकेत दिया था कि अगर ‘इमरजेंसी’ चुनाव से पहले रिलीज होती है तो इससे पार्टी को नुकसान हो सकता है, लेकिन यह नुकसान फिल्म रिलीज हुए बिना ही होता दिख रहा है।


सेंसर बोर्ड के मुंबई कार्यालय में बताया जाता है कि जब से सैयद रबीहाशमी को आरओ यानी क्षेत्रीय अधिकारी के पद पर नियुक्त किया गया है, तब से उन सभी फिल्मों को खास तौर पर निशाना बनाया जा रहा है जिनके निर्माता भाजपा नेता या भाजपा नेताओं के करीबी रहे हैं। फिल्म निर्माता केसी बोकाड़िया की फिल्म ‘तीसरी बेगम’ से जय श्री राम शब्द हटाने का मामला काफी चर्चा में रहा। भोजपुरी फिल्म ‘जया’ में एक ब्राह्मण युवक का दलित लड़की से प्रेम ने सेंसर बोर्ड और फिर ‘इमरजेंसी’ की आंखें तरेरीं। फिल्म की निर्देशक और मुख्य अभिनेत्री कंगना रनौत हैं, इसके बावजूद कहा जाता है कि इस फिल्म को देखने वाले पैनल के साथ सबसे ज्यादा बैठकें सैयद रबीहाशमी ने कीं।

जब यह मामला सामने आया तो जी एंटरटेनमेंट ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। वहां भी सेंसर बोर्ड शुरू में अपने रुख पर अड़ा रहा। जब सैयद रबीहाशमी ने सेंसर बोर्ड के नए सीईओ राजेंद्र सिंह की बात नहीं मानी तो मामला गंभीर रूप लेने लगा। जब हाईकोर्ट में सेंसर बोर्ड का प्रतिनिधित्व कर रहे वकीलों को दोनों पक्षों से विरोधाभासी संकेत मिलने लगे तो मामला सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। पिछले शुक्रवार को इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में निर्णायक सुनवाई हुई और उससे ठीक पहले सैयद रबीहाशमी को हटा दिया गया।


उन्हें पद से हटाकर सेंसर बोर्ड हाईकोर्ट को यह बताने में सफल रहा कि फिल्म की रिलीज के लिए फिल्म के निर्माताओं से उसकी बातचीत अंतिम चरण में है, वहीं कंगना रनौत भी इस बात से संतुष्ट हैं कि सेंसर बोर्ड में जिस अधिकारी ने उन्हें सबसे ज्यादा परेशान किया, वह इस विभाग से जा चुका है।जी एंटरटेनमेंट और जी स्टूडियोज के सूत्रों की मानें तो फिल्म ‘इमरजेंसी’ अब इसी महीने रिलीज हो सकती है। 11 अक्टूबर को बॉक्स ऑफिस पर दो बड़ी हिंदी फिल्में ‘जिगरा’ और ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ रिलीज होने जा रही हैं। इसके बाद 18 और 25 अक्टूबर को कोई बड़ी हिंदी फिल्म रिलीज के लिए तैयार नहीं है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो फिल्म ‘इमरजेंसी’ इन दोनों में से किसी एक तारीख को रिलीज हो सकती है।