शास्त्र से समाज का परिवर्तन संभव: आचार्य अतुल कृष्ण भारद्वाज

कोरबा,11सितंबर (वेदांत समाचार)। श्रीमद् भागवत कथा के व्याख्याकार आचार्य अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि शास्त्र से समाज का परिवर्तन संभव है, न कि शास्त्र के विरोध से। उन्होंने महर्षि वाल्मीकि के जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि अच्छे विचारों और आचरण ने उनके जीवन को बदला। आचार्य भारद्वाज ने धर्म के महत्व पर बल दिया और कहा कि सनातन धर्म की अवधारणा सहस्त्र वर्षों की है। उन्होंने धर्मांतरण के मुद्दे पर चिंता व्यक्त की और लोगों को जागरूक रहने का आव्हान किया।

आचार्य अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कोरबा में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि शास्त्र से समाज का परिवर्तन संभव है, न कि शास्त्र के विरोध से। उन्होंने कहा कि धर्म का उद्देश्य मानव जीवन को सही अर्थों में जीने की विषय वस्तु को सीखने सिखाने का है। आचार्य भारद्वाज ने वर्तमान कालखंड में मौजूद विभिन्न प्रकार का उल्लेख करते हुए लोगों को सचित्र रहने का आव्हान भी किया।

इस अवसर पर बिरजू अग्रवाल, हनुमान अग्रवाल, गोपी अग्रवाल, महेश अग्रवाल, संजय अग्रवाल, नरेश गर्ग सहित ठण्डुराम परिवार के जजमान उपस्थित थे।