Jashpur Police ने मवेशी तस्करी के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन, 150 जवानों की सर्चिंग, 7 तस्कर गिरफ्तार, 14 वाहन जब्त

जशपुर, 07 अगस्त । जशपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ और झारखंड की अंतर्राजीय सीमा पर स्थित लोदाम थाना क्षेत्र के साईं टांगरटोली में बड़ी कार्रवाई की है. बुधवार तड़के 4 बजे, एसपी शशि मोहन सिंह और एएसपी अनिल सोनी के नेतृत्व में 125 पुलिस जवानों ने साईं टांगरटोली गांव को पूरी तरह घेर लिया और मवेशी तस्करों की तलाशी के लिए अभियान चलाया. एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि मवेशी तस्करी के खिलाफ “ऑपरेशन शंखनाद” के अंतर्गत यह कार्रवाई की गई है.

इस अभियान के दौरान अब तक 7 मवेशी तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 14 वाहन जब्त करते हुए 39 मवेशियों को संरक्षित किया गया है. उल्लेखनीय है कि अंतर्राजीय सीमा पर स्थित साईं टांगरटोली गांव मवेशी तस्करी के लिए कुख्यात रहा है और यह पहली बार है कि पुलिस प्रशासन ने इतने बड़े पैमाने पर इस गांव में कार्रवाई की है. एसपी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान विरोध की आशंका को देखते हुए पुलिस टीम दंगा विरोधी साजो सामान से लैस थी.

जशपुर पुलिस पिछले 7 महीनों से मवेशी तस्करी के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है. इसके लिए एसपी शशि मोहन सिंह ने एक विशेष पुलिस दल का गठन किया है. इस अभियान में, “ऑपरेशन शंखनाद” से पहले, जशपुर पुलिस ने 39 मवेशी तस्करों को गिरफ्तार करते हुए 12 वाहनों को जब्त किया था. पुलिस प्रशासन ने तस्करों के चंगुल से 340 गौवंशों को मुक्त कर संरक्षित करने की कार्रवाई की है. तस्करों पर नकेल कसने के लिए जशपुर पुलिस “टायर किलर” का प्रयोग कर रही है.

एसपी का कहना है कि पिकअप में मवेशी तस्करी के दौरान तस्कर वाहन को 120 से अधिक की गति से चलाते हैं, जिससे वाहन को रोकना या उसका पीछा करना जोखिम भरा होता है. तस्कर नाकाबंदी और बैरियर तोड़ने से भी नहीं हिचकते. इसलिए नाकाबंदी के दौरान सड़क पर लोहे के कांटे लगा दिए जाते हैं. जैसे ही कोई वाहन पुलिस की अनुमति के बिना नाकाबंदी तोड़ने का प्रयास करता है, लोहे के कांटे में उलझकर टायर पंक्चर हो जाता है और तस्कर पुलिस के हाथ लग जाते हैं.