क्लासिकल डांस खासतौर से कथक, योग के समान ही मन और शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। कथक, भारतीय शास्त्रीय नृत्य की एक महत्वपूर्ण शैली है, जो न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारती है।
फिजिकल हेल्थ के लिए कथक डांस के फायदे
कथक में, शरीर के विभिन्न अंगों की मुद्राएं और चालें बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं, जो शरीर की समग्र फिटनेस को बढ़ावा देती हैं। नृत्य की ये विभिन्न मुद्राएं और गतियां मांसपेशियों को मजबूत बनाती हैं और शरीर को टोंड करती हैं। कथक के रोजाना थोड़ी देर अभ्यास से सहनशक्ति बढ़ती है और शरीर में लचीलापन आता है।
मेंटल हेल्थ के लिए कथक डांस के फायदे
अगर आपकी फिजिकल हेल्थ अच्छी है, तो आप मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहेंगे। कथक भी इन दोनों हेल्थ को चुस्त-दुरुस्त रखने का काम करता है। कथक की हर एक मुद्रा और चाल में ध्यान और एकाग्रता की आवश्यकता होती है, जिससे फोकस और याददाश्त की क्षमता बढ़ती है। दिमाग रिलैक्स रहता है। कथक का अभ्यास करने से मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में मदद मिलती है।
शिंजिनी कुलकर्णी, जो एक जानीमानी कथक डांसर हैं, उनका कहना है कि, ‘व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर, मैं एक कथक नर्तक के रूप में यह कह सकती हूं कि कथक ने मेरे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जब मैं कथक का अभ्यास करती हूं, तो मैं पूरी तरह से वर्तमान क्षण में होती हूं। नृत्य के हर कदम में एक अद्वितीय ध्यान और संतुलन की आवश्यकता होती है, जो मेरे मन को शांत और स्थिर बनाता है। कई बार जब मैं तनाव में होती हूं या किसी मुश्किल परिस्थिति का सामना करती हूं, तो कथक का अभ्यास मुझे मानसिक शांति और सुकून देता है।’
उन्होंने बताया कि ‘कथक ने न केवल मेरे शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया है, बल्कि मेरे मानसिक और भावनात्मक संतुलन को भी मजबूत किया है। योग की ही तरह, कथक भी एक सम्पूर्ण जीवनशैली है, जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को संतुलित और स्वस्थ बनाती है। इस अद्वितीय नृत्य शैली के माध्यम से, मैं अपने जीवन में एक अद्भुत संतुलन और शांति महसूस करती हूं, जो योग के समान ही लाभकारी है।’
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