इंदौर,15 जुलाई। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 14 जुलाई को मध्य प्रदेश के इंदौर में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत एक दिन में 11 लाख पौधे लगाने के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे। इस कार्यक्रम ने विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया।
अमित शाह ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान अब एक जनआंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा, “जब मोदी ने इस अभियान की शुरुआत की थी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह एक नारा न रहकर एक आंदोलन बन जाएगा। आज, देशवासी इस अभियान से जुड़कर अपनी माँ और धरती माता को प्रणाम कर रहे हैं।”
इंदौर की नई पहचान: ग्रीन सिटी
शाह ने कहा कि इंदौर को अब स्वच्छता, स्वाद, सुशासन, सहयोग और सहभागिता के साथ-साथ ‘एक पेड़ माँ के नाम’ वृक्षारोपण अभियान के लिए भी जाना जाएगा। उन्होंने कहा, “इंदौर एक स्मार्ट सिटी, मेट्रो सिटी, क्लीन सिटी, मॉडर्न एजुकेशन का हब तो था ही, अब इंदौर ग्रीन सिटी के नाम से भी पहचाना जाएगा।”
CAPFs की प्रशंसा और वृक्षारोपण लक्ष्य
गृह मंत्री ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने 5 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य समय से पहले ही पूरा कर लिया है। अब तक सभी CAPFs ने 5 करोड़ 21 लाख पौधे लगाए हैं और इस वर्ष के अंत तक 1 करोड़ पौधे और लगाने का लक्ष्य है।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के माध्यम से जलवायु परिवर्तन की समस्या का समाधान प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का 31 प्रतिशत फॉरेस्ट कवर है, जो पूरे भारत को ऑक्सीजन देने का काम करता है।”
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने G-20 में वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर और ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस जैसी कई पहल कीं, जिससे संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें चैंपियन ऑफ अर्थ के पुरस्कार से सम्मानित किया है।
देश की सुरक्षा, समृद्धि और आधुनिकता
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश और अधिक सुरक्षित, समृद्ध, आधुनिक बनेगा और पूरे विश्व में हर क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त करेगा। उन्होंने मध्य प्रदेश की सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य में कई विकास कार्यक्रमों की शुरुआत की है, जिससे विकास और किसान के बीच संतुलन आएगा।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, बल्कि इंदौर और पूरे देश को एक नई पहचान भी दी है।
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