अहमदाबाद में दो आउटडोर विज्ञापन एजेंसियों को शहर के सड़कों पर लगे 536 पेड़ों की टहनियों को बेतरतीब ढंग से काटने के लिए कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है. इन एजेंसियों ने ये पेड़ इसलिए काटे ताकि उनके विज्ञापन बोर्ड ज़्यादा दिखाई दे सकें. अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (AMC) ने इन दोनों कंपनियों पर 50-50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.
AMC के कमिश्नर एम थेनारासन ने इस घटना की निंदा करते हुए उप म्युनिसिपल कमिश्नर को इन एजेंसियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया था. उप म्युनिसिपल कमिश्नर ने दोनों एजेंसियों को नोटिस जारी किए और कहा कि उन्हें केवल सड़कों के बीच वाले हिस्से पर विज्ञापन बोर्ड लगाने का ठेका मिला था, पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं थी.
एक वरिष्ठ AMC अधिकारी ने बताया, “सजा के तौर पर, दोनों एजेंसियों पर 50-50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जो कि प्रत्येक पेड़ के लिए 18,656 रुपये बनता है. उप म्युनिसिपल कमिश्नर ने उनसे 4,000 पेड़ लगाने और उनका पालन-पोषण करने का भी निर्देश दिया है, जब तक ये पेड़ उस ऊँचाई तक नहीं पहुँच जाते जितनी ऊँचाई पर पेड़ों की टहनियां काटी गई थी.” इन जुर्मानों का भुगतान एक हफ्ते के अंदर करना होगा.
ये कंपनियां, चित्रा (बी) पब्लिसिटी कंपनी और ज़वेरी एंड कंपनी लिमिटेड, AMC द्वारा शहर के पश्चिमी हिस्से में कई स्थानों पर सड़कों के बीच वाले हिस्से पर विज्ञापन बोर्ड लगाने के लिए चुनी गई थीं. यह घटना अहमदाबाद में पर्यावरण संरक्षण के प्रति लापरवाही और लाभ के लिए पेड़ों को नुकसान पहुँचाने की घटना के तौर पर देखी जा रही है. AMC का यह कदम पेड़ों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक मजबूत संदेश देता है.
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