शंभू बॉर्डर पर किसानों का रेल रोको अनिश्चितकालीन आंदोलन होगा शुरू

किसान आंदोलन 2.0 के दौरान कुछ किसान गिरफ्तार किए गए थे. इन्हीं की रिहाई की मांग को लेकर 17 अप्रैल से शंभू बॉर्डर पर किसानों का रेल रोको अनिश्चितकालीन आंदोलन होगा शुरू. किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि जब तक हमारे साथी नहीं छोड़े जाएंगे, हम शंभू बॉर्डर पर रेल रोकेंगे. अगर फिर भी रिहाई नहीं हुई तो हम बाकी जगह भी रेल रोकेंगे.

पंजाब में किसान एक बार फिर बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं. किसान आंदोलन 2.0 के दौरान कुछ किसान गिरफ्तार किए गए थे. इन्हीं की रिहाई की मांग को लेकर 17 अप्रैल से शंभू बॉर्डर पर किसानों का रेल रोको अनिश्चितकालीन आंदोलन होगा शुरू. इससे दिल्ली से अमृतसर और जम्मू की ओर जाने वाला रेल मार्ग प्रभावित हो सकता है. किसानों ने 23 अप्रैल को बीजेपी के सीनियर नेताओं को चंडीगढ़ में ओपन डिबेट का चैलेंज भी दिया है.

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा की ओर से किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि जब तक हमारे साथी नहीं छोड़े जाएंगे, हम शंभू बॉर्डर पर रेल रोकेंगे. अगर फिर भी रिहाई नहीं हुई तो हम बाकी जगह भी रेल रोकेंगे. इसके साथ ही विपक्षी दलों से भी कुछ सवाल-जवाब करेंगे.

’23 अप्रैल को चंडीगढ़ आएं और खुली बहस करें’
कोहाड़ ने कहा, जब हम पर हमला हुआ तो विपक्ष ने भी हमारी बात को नहीं उठाया था. इसलिए उनसे भी सवाल पूछे जाएंगे. उधर, किसानों द्वारा लगातार पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सो में बीजेपी नेताओं का विरोध किया जा रहा है. इसे लेकर किसानों ने बीजेपी नेताओं को खुला चैंलेंज किया है कि वो 23 अप्रैल को चंडीगढ़ आएं और खुली बहस करें, जोकि मीडिया की मौजूदगी में की जाएगी.