रायपुर,08 फरवरी । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित विभिन्न महाविद्यालयों एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों हेतु नवचयनित 56 सहायक प्राध्यापकों एवं 18 विषय वस्तु विशेषज्ञों के लिए आयोजित 10 दिवसीय प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम गुरुवार को सम्पन्न हुआ। प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह के मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने प्रशिक्षार्थियों से कहा कि वे इस दस दिवसीय प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान का अपने कार्य क्षेत्र में भली-भांति उपयोग करें तथा विश्वविद्यालय के विकास में योगदान दें। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने तीन अलग-अलग सत्रों में प्रतिभागियों को विश्वविद्यालय द्वारा आगामी 25 वर्षां के लिए निर्धारित संकल्पना के बारे में जानकारी देते हुए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय को देश के सर्वश्रेष्ठ कृषि विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने का आव्हान किया। डॉ. चंदेल ने प्रतिभागियों से कहा कि वे अपने विषय से संबंधित अनुसंधान कार्यां को प्राथमिकता दें। मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किये।
कृषि महाविद्यालय रायपुर में संचालित इस 10 दिवसीय प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान नवचयनित प्रशिक्षुओं को शिक्षण, अनुसंधान एवं विस्तार गतिविधियों से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें उनकी सेवा संबंधी नियमों, आचरण संहिता, कार्य व्यवहार आदि से संबंधित विभिन्न विषयों के बारे में तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया गया। यह प्रशिक्षण देश के जाने-माने प्रशिक्षकों – डॉ. के. हनुमंत राव, डॉ. वी.के.जे. राव, डॉ. एम.एम. अनवर आदि द्वारा दिया गया। इसके साथ ही प्रशिक्षणार्थियों को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, विभागाध्यक्षां तथा प्राध्यापकों द्वारा भी विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों एवं विश्वविद्यालय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रतिभागियों द्वारा प्राप्त प्रशिक्षण का मूल्यांकन किया गया इसके साथ ही प्रतिभागियों से अनुसंधान प्रस्ताव भी तैयार करवाये गये। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर विभिन्न प्रतिभागियों द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में फीड बैक भी दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के कार्यक्रम निदेशक डॉ. हुलास पाठक, डॉ. जी.के. दास. तथा डॉ. एस.बी. वेरूलकर थे। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. रामामोहन सावू तथा डॉ. नितीश तिवारी थे। प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी, निदेशक प्रक्षेत्र एवं बीज डॉ. एस.एस. टुटेजा, स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विनय पाण्डेय उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शुभा बैनर्जी ने किया।
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