आनलाइन ठगी, लालच में 90 प्रतिशत इंजीनियर और पढ़े-लिखे बने शिकार

इंदौर। एक वक्त था जब साइबर अपराधी बुजुर्ग और कम पढ़े लिखों को ही निशाना बनाते थे।आज के अपराधी पढ़े लिखे और इंजीनियर -डाक्टर की जेब खाली कर रहे हैं। लालच में लोग लाखों रुपये की ठगी का शिकार हो रहे हैं। सबसे ज्यादा ठगी टेलिग्राम पर होने लगी है। राज्य साइबर सेल ने एक एडवाइजरी जारी कर ऐसे ठगोरों से सावधान रहने की सलाह दी है।

राज्य साइबर सेल ने शुक्रवार को ही एक इंजीनियर युवती के 8 लाख रुपये वापस करवाए हैं। इस युवती से भी टेलिग्राम चैनल के माध्यम से ठगी हुई है। मजदूर परिवार की युवती को ठग ने लाइक्स, सब्सक्राइब, फोलो करने पर कमिशन का लालच दिया और फिर झांसेबाजी करते हुए 10 लाख 60 हजार रुपये ठग लिए। लालच भी ऐसा कि युवती दोस्तों से रुपये उधार लेकर ठग के खाते में जमा करवाती रही। युवती ने जब रुपये वापस मांगे तो आरोपितों ने संपर्क बंद कर लिया।

साइबर सेल ने जांच की और गुजरात व महाराष्ट्र के बैंक खातों को फ्रीज करवा कर 8 लाख रुपये तो वापस करवा लिए। एसपी जितेंद्रसिंह के मुताबिक इंजीनियर के साथ हुई धोखाधड़ी का यह अकेला केस नहीं है। इसके पूर्व भी देखने में आया कि 90 प्रतिशत प्रकरणों में इंजीनियर, डाक्टर, एमबीए करने वाले ही ठगी के शिकार हुए है। कई लोगों ने तो बताया कि उन्हें टेलिग्राम ग्रुप पर होने वाली धोखाधड़ी की जानकारी भी थी, लेकिन ठग के जाल में फंसे और लालच में रुपये गवां बैठे।

धोखाधड़ी के बढ़ते केसों को देखते हुए राज्य साइबर सेल ने एडवाइजरी जारी की है-

  • टेलिग्राम पर अनजान प्रोफाइल, ग्रुप और चैनल से न जुड़े।
  • क्रिप्टो करंसी में निवेश, ज्यादा मुनाफा, जाब, शापिंग में आफर्स के लालच में किसी खाते में रुपये जमा न करें।
  • टेलिग्राम पर अनजान लिंक के माध्यम से आपन हुए पेज निजी जानकारी साझा न करें।
  • टेलिग्राम पर अनजान व्यक्ति द्वारा बनाए ग्रुप में टाक्स पूरा करने व रुपये कमाने के झांसे में न आए।
  • केवायसी अपडेट, आधार-पेनकार्ड लिंक करवाने वालों से सावधान रहें।
  • फोन व काल्स पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा पूछे जाने वाली जानकारी कतई न दें।