दरअसल भारत के दूरसंचार विभाग (DoT) की ओर से इसे लेकर नया नियम पेश किया गया है, जिसका उल्लंघन करने पर आपको जुर्माने के साथ-साथ जेल भी जाना पड़ सकता है. असल में देश में बीते कुछ सालों में फर्जी सिम कार्ड से होने वाले फ्रॉड के मामले में काफी इजाफा हुआ है. इसपर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने सख्त रवैया अपनाते हुए, डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन की मदद से नए सिम कार्ड के लिए ताजा नियम जारी किये हैं.
गौरतलब है कि, इन नियमों को 1 अक्टूबर 2023 से लागू होना था, मगर सरकार की ओर से 2 माह का अतिरिक्त समय दिया गया. लिहाजा ये नया नियम अब 1 दिसंबर 2023 से लागू होने वाला है, मसलन अब आपके पास महज तीन दिन शेष है.
क्या कहता है नया नियम?
डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन द्वारा लाए गए इस नय नियम के तहत, सिम कार्ड बेचने वालों को ग्राहक के ठीक तरह से केवाईसी होने का खास ख्याल रखना होगा. साथ ही न ही एक साथ ज्यादा सिम खरीदी जा सकती है, न ही इसे बेचा जा सकता है, लिहाजा नए नियम के तहत दोनों पर ही प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके अतिरिक्त एक आईडी पर एक सिमित संख्या में ही सिम कार्ड इश्यू हो सकते हैं. अगर इन तमाम नियमों का ख्याल नहीं रखा गया, तो ये आपको जेल भी भिजवा सकता है.
क्या है इस मामले में जेल और जुर्माने का प्रावधान?
ध्यान रहे कि, सभी प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) यानि सिम विक्रेता को 30 नवंबर की तारीख तक रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा. अगर किसी भी तरह से इन नियमों का उल्लंघन किया जाता है, तो उसपर 10 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. वहीं गंभीर मामले में जेल तक जाना पड़ सकता है.
देश में लगेगी फ्रॉड पर लगाम
गौरतलब है कि बीते कुछ समय से फर्जी सिम कार्ड से होने वाले फ्रॉड के मामलों में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हो रही थी. इसके पीछे सिम कार्ड विक्रेता द्वारा बिना उचित वेरिफिकेशन और जांच के नए सिम कार्ड इश्यू करने को मुख्य वजह बताई जा रही थी. लिहाजा सरकार ने इसपर सख्त कदम उठाते हुए ये स्पष्ट कर दिया कि, इस तरह के फर्जी सिम कार्ड बेचने पर 3 साल तक जेल हो सकती है. साथ ही लाइसेंस भी ब्लैकलिस्ट हो सकता है.
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