जानिए कौन हैं भारत के सभी IAS अधिकारियों के हेड, किन्हें देते हैं रिपोर्ट?

हर साल लाखों उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा में इस उम्मीद में शामिल होते हैं कि वह इस परीक्षा में सफल होकर IAS अधिकारी का पद हासिल कर लेंगे। IAS का पद भारत में सर्वोच्च पदों में से एक माना गया है। आईएएस का मतलब इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस है। इसे पहले इंपीरियल सिविल सर्विस (ICS) के नाम से जाना जाता था।

क्या होते हैं IAS अधिकारी के कार्य

जिन उम्मीदवारों को चयन IAS पद के लिए किया जाता है, सबसे पहले उन्हें ट्रेनिंग के लिए लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में भेजा जाता है। यह अकेडमी उत्तराखंड के मसूरी में स्थित है। यहां ट्रेनिंग पूरी होने के बाद IAS अधिकारी को कैडर अलॉट किए जाते हैं। जिसके बाद आईएएस अधिकारी को एक जिले के सभी विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जाती है।

जहां वह जिले के विकास से जुड़े कार्यों की बागडोर संभालते हैं। इसी के साथ एक IAS का पद इतना मजबूत होता है कि उनके पास उन नीतियों को लागू करने की शक्तियां होती है, जो जिले के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

कौन होता है IAS अधिकारी का बॉस, किन्हें देते हैं रिपोर्ट

IAS का पद सर्वोच्च माना गया है। यूपीएससी क्लियर करने के बाद और ट्रेनिंग पूरी होने के बाद एक उम्मीदवार को IAS अधिकारी मान लिया जाता है। सबसे पहले एक IAS अधिकारी को प्रोबेशनरी पीरियड के लिए सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) के रूप में शामिल किया जाता है। जब प्रोबेशनरी पीरियड समाप्त हो जाता है, उसके बाद अधिकारी को एक जिले में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) का पद दिया जाता है। जिसे कलेक्टर भी कहा जाता है। वहीं बता दें, IAS अधिकारी को भी अपने कार्य के बारे में सीनियर को रिपोर्ट करनी होती है। कम ही लोग उनके बॉस में के बारे में जानते हैं।

जैसा कि हम जानते हैं कि इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) भारत सरकार के ऑल इंडिया सर्विस के एडमिनिस्ट्रेटिव का बड़ा पद है। वहीं IAS से भी बड़ा पद कैबिनेट सेक्रेटरी (सेंट्रल से) और चीफ (स्टेट यानी राज्य से) का होता है। सभी IAS अधिकारियों के कार्य चीफ सेक्रेटरी देखते हैं। वर्तमान में भारत के केबिनेट सचिव आईएएस राजीव गौबा हैं।

कैसे बन सकते हैं IAS अधिकारी

आईएएस अधिकारी बनने के लिए आपको यूपीएससी की ओर से आयोजित सिविल सर्विसेज परीक्षा में सफल होना होगा। यह भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, हालांकि इसे पास करना असंभव नहीं है। सिविल सर्विस परीक्षा में तीन चरण होते हैं। जिसमें प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू राउंड शामिल हैं। जो इस प्रकार हैं।

प्रारंभिक परीक्षा- इसमें दो MCQ पेपर होंगे (जनरल स्टडीज, CSAT)
मुख्य परीक्षा – नौ थ्योरी पेपर (निबंध, दो लैग्वेंज, चार जनरल स्टडीज और दो ऑप्शनल पेपर)
इंटरव्यू राउंड – इसमें उम्मीदवारों का पर्सानिलिटी टेस्ट लिया जाएगा।