रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए वार्ता और कूटनीति पर दिया जोर

नई दिल्ली । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए वार्ता और कूटनीति पर जोर दिया है। आपसी टकराव पर चिंता व्‍यक्‍त करते हुए उन्‍होंने कहा कि इससे न केवल जन-जीवन का नुकसान होता है, बल्कि खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर भी बुरा असर पड़ता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आसियान रक्षा मंत्रियों और सहयोगी देशों की 10वीं बैठक में भाग लिया। अपने संबोधन में उन्‍होंने समूचे क्षेत्र में वार्ता और सर्वसम्मति को बढ़ावा देने में आसियान की भूमिका की सराहना की।

श्री सिंह ने भारत-आसियान गतिविधियों में आसियान सदस्य देशों की उत्साहपूर्ण भागीदारी और विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में महिलाओं के लिए पहल की सराहना की। उन्होंने इस साल मई में आयोजित पहले आसियान-भारत समुद्री अभ्यास के साथ-साथ मानवीय सहायता और आपदा राहत गतिविधियों पर विशेषज्ञ कार्य-समूह (ईडब्ल्यूजी) में आसियान सदस्य देशों की सक्रिय भागीदारी की भी सराहना की, जिसमें भारत और इंडोनेशिया सहभागी रूप में शामिल हैं। अंतर्राष्‍ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए आतंकवाद को एक गंभीर खतरे के रूप में आसियान क्षेत्र में शामिल करने के लिए भारत ने आतंकवाद के खिलाफ ईडब्ल्यूजी के साथ सहभागिता का प्रस्‍ताव दिया।