दिवाली पर सभी अपने घर को अलग-अलग तरह से सजाते हैं। दिवाली के पर्व पर खास तौर पर सभी मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर में रंगोली बनाते हैं। रंगोली कहीं भी किसी भी तरह की नहीं बनानी चाहिए, रंगोली बनाने में भी वास्तु नियमों का पालन करना चाहिए। यहां हम आपको बता रहे हैं रंगोली के ऐसे ह वास्तु नियम जिनसे आप घर में सुंदर रंगोली तो बनाएंगे ही साथ ही घर में मां लक्ष्मी का भी आगमन होगा।
दिवाली पर दिशा के अनुसार रंगोली का आकार एवं रंग होता है। पूर्व दिशा में नारंगी, हरे रंग से रंगोली बनानी चाहिए। दक्षिण दिशा में लाल रंग से रंगोली बनानी चाहिए। पश्चिम दिशा में सफेद अथवा क्रीम रंग की रंगोली बनानी चाहिए, जिसका आकार गोल हो। उत्तर दिशा में हरे रंग से रंगोली बनानी चाहिए, जिसका आकार आयताकार हो।
दिवाली के दौरान अपने घर को ताजे फूलों से सजाने से पॉजिटिव एनर्जी घर में आती है। इसके लिए अपने घर के उत्तर और पूर्व कोने में फूलों की सजावट रखें। इसमें सुंगध भी होनी चाहिए। वास्तु के अनुसार घर में पीले, नारंगी और लाल रंगों से रंगोली बनाएं, जो एनर्जी को लाते हैं, नेगेटिव एनर्जी वाले रंग जैसे काले, नीले रंग से रंगोली बनाने से बचें।
रंगोली बनाते समय अगर रंगोली के आकार और डिजाइन के बारे में सोच रहे हैं, तो आफको बता दें कि आपको ऐसी रंगोली बनानी चाहिए जो आकार में सही हो। आप गोलाकार या अर्ध-गोलाकार में डिजाइन बना सकते हैं, इन्हें वास्तु के हिसाब सेआदर्श माना जाता है।आपको तेज किनारों वाले डिजाइन नहीं बनाने चाहिए।
रंगोली को रंगीन और सुंदर बनाने के लिए प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करें, सिथेंटिक रंगों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिएष सफेद के लिए आटा, चूना, पीले के लिए हल्दी, नारंगी के लिए गेरू, चावल का आटा जैसी प्राकृतिक चीजों से बनाई जानी चाहिए। आपको सिंथेटिक रंगों या रसायनों का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि वे वास्तु के नियमों के अनुसार नहीं हैं।
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