अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में दो अलग-अलग छात्रावासों में गोली चलने की घटनाओं में तीन युवक जख्मी हो गये। अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी के सिलसिले में 15 लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि सोमवार की रात छात्रों के दो गुटों के बीच टकराव में गोलीबारी की वारदात हुई।
इस दौरान सादिक, फिरोज आलम और अब्दुल्ला नामक युवक जख्मी हो गये और उन्हें जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि बाद में गोलीबारी के सिलसिले में 15 लोगों को नामजद किया गया। पुलिस के मुताबिक घायल हुए युवक एएमयू के छात्र हैं, मगर एएमयू के जनसंपर्क विभाग के प्रभारी प्रोफेसर आसिम सिद्दीकी ने बताया कि घायल युवक विश्वविद्यालय के छात्र नहीं, बल्कि ‘बाहरी लोग’ हैं।
विश्वविद्यालय का कोई भी अधिकारी यह नहीं बता पा रहा है कि ‘बाहरी तत्व’ देर रात तक विश्वविद्यालय के छात्रावासों में क्यों मौजूद थे। कार्यवाहक पुलिस क्षेत्राधिकारी संजय जायसवाल ने बताया कि एएमयू परिसर में गोलीबारी की घटना में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि गोलीबारी की घटना दो छात्र गुटों के बीच पुरानी दुश्मनी से जुड़ी है। सूत्रों के मुताबिक विश्वविद्यालय खुलने के बाद मंगलवार सुबह से एएमयू परिसर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। छात्र प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय के दो मुख्य प्रवेश द्वार, बाब-ए-सैयद और सेंटेनरी गेट को अवरुद्ध कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आज यातायात को फैज गेट और सर सैयद हाउस गेट की तरफ मोड़ दिया है।
सभी 15 व्यक्तियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (दंगा करने के लिए सजा), 148 (दंगा, घातक हथियार से लैस) और 307 (हत्या का प्रयास) समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। एएमयू के प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अमान चौधरी को छोड़कर बाकी सभी 14 लोग ‘एएमयू के छात्र नहीं’ हैं। नामजद लोगों में अकरम टिप्पा, काशिफ हाजी, मयंक ठाकुर और सलमान ककराला शामिल हैं। जब उनसे पूछा गया कि देर रात तक छात्रावास के अंदर इतने बाहरी लोग कैसे मौजूद थे, तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है।
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