UP Encounter: महिला सिपाही पर हाथ डालने वाले का एनकाउंटर, एक लाख के इनामी अनीश को STF ने अयोध्या में मार गिराया

अयोध्या में सावन मेला के दौरान सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में 30 अगस्त को महिला सिपाही पर जानलेवा हमले का एक आरोपी अनीश शुक्रवार सुबह यूपी पुलिस और एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया। दूसरे हमलावर के साथ पूराकलंदर थानाध्यक्ष व दो अन्य सिपाहियों के घायल होने की सूचना है।

एसटीएफ ने पिछले सप्ताह ही महिला सिपाही पर जानलेवा हमले के संदिग्धों का सीसीटीवी फुटेज जारी करते हुए सुराग देने वालों के लिए एक लाख का इनाम घोषित किया था। तीन दिन पहले ही यूपी के शाहजहांपुर में एक मर्डर केस के आरोपी शहबाज को पुलिस ने मुठभेड़ में मारा है। उसमें कहा गया था कि वो पुलिस की गाड़ी के पलटने के बाद दारोगा की पिस्तौल छीनकर खेत में भाग गया और फिर गोली चला रहा था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार पूराकलंदर थाना क्षेत्र के छतिरवा सरैया सीमा के पास पूराकलंदर पुलिस व एसटीएफ की टीम के साथ महिला आरक्षी के हमलावरों की मुठभेड़ हुई। इसमें हमले के आरोपी 30 वर्षीय अनीश पुत्र रियाज खान व 40 वर्षीय आजाद खान पुत्र मुख्तार निवासीगण दसलावन, थाना हैदरगंज घायल हो गए। वहीं, थानाध्यक्ष पूरा कलंदर रतन कुमार शर्मा व दो सिपाही भी घायल हुए, जिन्हें जिला अस्पताल लाया गया। इलाज के दौरान आरोपी अनीश की मौत हो गई। जबकि अन्य घायलों का इलाज किया जा रहा है।

बता दें कि मामले की छानबीन में जुटी एसटीएफ को गुरुवार की रात वारदात में शामिल लोगों के मूवमेंट की जानकारी मिली तो एसटीएफ की अलग-अलग टीमों ने घेराबंदी की। इनायत नगर क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने पड़ोसी जनपद सुल्तानपुर के कूरेभार थाना क्षेत्र स्थित पिपरी साइनाथ छोटका दुबे का पुरवा निवासी 49 वर्षीय विशंभर दयाल दुबे को गिरफ्तार किया है वहीं पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में हैदरगंज थाना क्षेत्र के दसलावन निवासी एक आरोपी अनीस की जवाबी फायरिंग में मौत हो गई,जबकि इसी के गांव का रहने वाला 40 वर्षीय आजाद खान घायल हो गया। पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।

एक आंकड़े के मुताबिक यूपी में औसतन हर पंद्रह दिन में पुलिस मुठभेड़ में एक आरोपी मारा जाता है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद पिछले 6-7 साल में 190 से ज्यादा कथिथ अपराधी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हैं। इसी दौरान 5000 से ज्यादा बदमाशों को पुलिस की गोली पैर या शरीर के किसी और हिस्से में लगी है लेकिन उनकी जान बच गई।