रांची । तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित कारुण्या इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम करने वाले झारखंड के बोकारो निवासी समीर कुमार की मौत संदिग्ध स्थितियों में हो गई। समीर के घर वाले इसे हत्या बता रहे हैं। समीर कुमार के शव के साथ गुरुवार को उनके परिजनों ने झारखंड में राजभवन के समक्ष प्रदर्शन किया। उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
28 वर्षीय समीर बोकारो जिले के कसमार थाना क्षेत्र के दातू गांव के रहने वाले थे। उन्होंने बीते 14 अगस्त को कोयंबटूर की कारुण्या इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर येगदान किया था। उनका शव मंगलवार को संस्थान स्थित उनके कमरे में बेल्ट के सहारे फंदे पर झूलता पाया गया। समीर के घरवालों का कहना है कि उसकी हत्या कर शव को लटकाया गया है। वह आत्महत्या नहीं कर सकते।
परिजनों के मुताबिक सोमवार को ही समीर ने इंस्टीट्यूट में वार्डन के पद पर ज्वाइन किया था। समीर यह जिम्मेदारी स्वीकार करने को तैयार नहीं थी। इसे लेकर उन्होंने एचओडी से बातचीत भी की थी। एचओडी ने एक महीने बाद विभाग बदलने का आश्वासन दिया था। सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे परिजनों की उनसे से बात हुई थी। उससे पहले शाम को वीडियो कॉल कर उन्होंने अपना कमरा भी दिखाया और बताया कि वह शिफ्ट हो गया है। रात हॉस्टल में रहने वाले सभी स्टूडेंट्स का अटेंडेंस लेने के बाद वह सोएगा।
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