Jyoti Maurya case: कुछ समय पहले सुखिर्यों में आईं यूपी की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या की जिंदगी अब पटरी पर वापस लौटती नजर आ रही है। इसकी वजह है कि ज्योति मौर्या के खिलाफ भ्रष्टाचार केस संबंधी जांच अब जल्द बंद हो सकती है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस पति आलोक मौर्या के कारण वो इस केस में फंसी थीं उसी पति आलोक मौर्य के बड़े कदम के कारण अब वो इस केस से बचने वाली हैं।
पति आलोक मौर्या ने डेढ़ माह पहले अपनी पीसीएस पत्नी ज्योति मौर्य पर भ्रष्टाचार संबंधी आरोप लगाते हुए शासन में शिकायत दर्ज करवाई थी। वहीं अब आलोक जांच कमेटी को अपने आरोपों के समर्थन में वो जांच कमेटी को कोई पुख्ता सबूत नहीं दे पाए। इतना ही नहीं आलोक मौर्य ने अपनी ये शिकायत वापस ले ली है। जिसके बाद इस केस में गठित की गई जांच कमेटी ने शासन को अपनी रिपोर्ट भेजते ही हुए केस को खत्म करने की शिफारिस की है।
ज्योति ने भी अब उठाया ये कदम
वहीं ज्योति के पति आलोक मौर्य और अपने ससुराल वालों के खिलाफ ज्योति ने जो धूमनगंज थाने में केस दर्ज करवाया था उसको भी वापस ले रही हैं। माना जा रहा है कि ज्योति और उनके पति के बीच गोपनीय समझौता हो गया है जिसके बाद दोनों ही पक्ष एक दूसरे के खिलाफ दर्ज केस वापस ले रहे हैं।
पति आलोक ने पीसीएस पत्नी पर लगाया था ये आरोप
बता दें पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य जिनके पति आलोक मौर्या ने अपनी पत्नी को बेवफा बताया था। इतना ही नहीं ज्योति के खिलाफ शासन में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज करवाई थी जिसमें खुलासा किया था कि वो हर महीने पांच से छह लाख रुपये की वसूली करती हैं। सबूत के तौर पर पति ने डायरी के पन्ने लगाए थे जिसमें लेन देन का हिसाब था। जिसके बाद कमिश्नर विश्वास पंत को जांच सौंपते हुए तीन सदस्सीय जांच कमेटी गठित की थी।
जांच कमेटी से आलोक मौर्य ने केस लिया वापस
कमेटी ने आलोक मौर्य से ज्योति मौर्य के खिलाफ भ्रष्टाचार संबधी शिकायत के समर्थन में सबूत मांगे थे। कमेटी से आलोक ने 20 दिन का समय मांगा था। 20 दिन बाद कमेटी के सामने आलोक मौर्य ने प्रस्तुत होकर अपने आरोपों को वापस ले लिया।
जांच टीम के प्रमुख अधिकारी ने बोली ये बात
जिसके बाद जांच कमेटी ने इस केस की जांच बंद करने की बात संस्कृति कमिश्नर से करते हुए रिपोर्ट भेजी है। जांच कमेटी के प्रमुख विजय विश्वास पंत ने कहा कि जब आलोक ने शिकायत वापस ले ली है तो समिति की जांच रिपोर्ट को देखा जाएगा और कानूनी राय लेने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आलोक से शादी करने के बाद बनीं थी ज्योति पीसीएस
बता दें आलोक मौर्य और ज्योति मौर्य की 2010 में अरेंज मैरिज हुई थी। 2009 में आलोक मौर्य ने प पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर नौकरी पाई थी। शादी के बाद आलोक ने अपनी पत्नी की पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद की और 2015 में ज्योति मौर्या यूपीएससी परीक्षा पास की और एसडीएम के पद पर तैनात हुईं थींं । ज्योति मौर्य ने लोक सेवा आयोग की परीक्षा में महिलाओं में ज्योति की तीसरी रैंक और ऑल ओवर इंडिया 16वीं रैंक थी। 2015 में ही ज्योति मौर्य जुड़वा बच्चियों की मां बनीं
थीं।
पति आलोक ने ज्योति पर बेवफा, भ्रष्टाचारी होने का लगाया था आरोप
आलोक और पीसीएस ज्योति मौर्य की खुशहाल जिंदगी में तब भूचाल आया जब पति आलोक मौर्य ने अपनी पत्नी को बेवफा होने का आरोप लगाया। उसने आरोप लगाया कि उसने दिन रात मेहनत कर कमाई कर अपनी पत्नी को पढ़ाया और वो वेबफा निकली। इतना ही नहीं पीसीएस पत्नी पर भ्रष्टाचार भी आरोप लगाकर उसकी नौकरी खतरे में डाल दी। वहीं अब वो ही पति अपनी सारी शिकायत वापस ले रहा है।
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