महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ माकपा ने चलाया अभियान

6 सितंबर को बांकी मोंगरा चौक में केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ पुतला दहन करेगी माकपा

बेहिसाब बढ़ती महंगाई लोगों पर अभूतपूर्व बोझ डाल रही है। करोड़ों लोग मंहगाई से पीड़ित हैं और बढ़ती भूख की पीड़ा के साथ गहरी गरीबी में धकेले जा रहे हैं। अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ती बेरोजगारी के साथ यह मंहगाई लोगों की दुख-तकलीफों को और बढ़ा रही है। माकपा के राष्ट्रीय आह्वाहन पर 1 से 7 सितंबर तक बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी के खिलाफ देशव्यापी विरोध सप्ताह बनाने का निर्णय लिया गया है जिले में माकपा कार्यकर्ता गांव गांव जाकर आम जनता को अभियान से जोड़ रहे हैं माकपा ने 6 सितंबर को बांकी मोंगरा चौक में केंद्र सरकार की मंहगाई और बेरोजगारी बढ़ाने वाली जनविरोधी नीतियों के खिलाफ पुतला दहन करने का आह्वाहन किया है।


मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा की माकपा के राष्ट्रीय आह्वाहन पर जिले के गांव गांव में मंहगाई और बेरोजगारी के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा जा रहा है कमरतोड़ मंहगाई और बेरोजगारी ने आम लोगों की परेशानियों को काफी बढ़ा दिया है जरूरी चीजें चावल, दाल, आटा,खाने के तेल,ईंधन तेल,सब्जियां,दवाई मंहगी होती जा रही है।अनाज दूध,दही, कापी, किताबों पर मोदी सरकार द्वारा जीएसटी थोपे जाने से इन सभी चीजों की कीमतें भी बढ़ गई है।डीजल पेट्रोल मंहगा होने से परिवहन खर्च भी बढ़ गया है जिसके कारण मंहगाई तेजी से बढ़ी है रसोई गैस की कीमतें लाखों परिवारों की पहुंच से बाहर है।


दूसरी और बेरोजगारी के स्थिति भयावह होती जा रही है केंद्र और राज्य सरकारों के विभागों समेत रेलवे,बैंक,और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में खाली पड़े पदों पर बहाली नहीं कर इन सभी जगहों पर ठेका और आउटसोर्सिंग प्रथा से काम चलाया जा रहा है। हालत यह है की हर परिवार में बेरोजगार नौजवानो के सामने आजीविका के लिए नौकरी की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। माकपा पूरे देश में 1 से 7 सितंबर तक अभियान चलाकर आम जनता को एकजुट कर बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है। 6 सितंबर को बांकी मोंगरा चौक में केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ पुतला दहन किया जाएगा। माकपा के इस अभियान में बढ़ी संख्या में आम जनता जुड़ रही है।