नईदिल्ली I चंद्रयान-3 मिशन का प्रज्ञान रोवर चांद पर घूमकर अलग-अलग जानकारी जुटा रहा है. रोवर ने चांद की सतह पर सेंचुरी लगाते हुए अब तक 100 मीटर की दूरी भी तय कर ली है. इसरो (ISRO) ने शनिवार (2 सितंबर) को ये जानकारी दी.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर बताया, “चंद्रयान-3 मिशन के प्रज्ञान का शतक पूरा, ये चंद्रमा के ऊपर अब तक 100 मीटर से ज्यादा दूरी तय कर चुका है और सफर जारी है.”
23 अगस्त को की थी सॉफ्ट लैंडिंग
चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर मॉड्यूल ने 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी. लैंडिंग के कुछ घंटे बाद प्रज्ञान रोवर विक्रम लैंडर से बाहर आ गया था और इसने चांद की सतह पर घूमना शुरू किया था.
चंद्रयान-3 मिशन में अब आगे क्या होगा?
इसरो के चीफ एस सोमनाथ ने शनिवार को मिशन की आगे की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए कहा कि चांद पर भेजे गए चंद्रयान-3 के रोवर और लैंडर ठीक से काम कर रहे हैं और चूंकि चंद्रमा पर अब रात हो जाएगी इसलिए इन्हें निष्क्रिय किया जाएगा.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सोमनाथ ने कहा कि हमारी टीम अब वैज्ञानिक साजो-सामान के साथ ढेर सारा काम कर रही है. उन्होंने आगे बताया कि लैंडर से रोवर कम से कम 100 मीटर दूर हो गया है और हम आने वाले एक या दो दिन में इन्हें निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं, क्योंकि चांद पर रात होने वाली वाली है.
आदित्य एल1 मिशन की सफल लॉन्चिंग
शनिवार को ही इसरो ने अपने पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ की आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से सफल लॉन्चिंग की है. इसे सूर्य के अध्ययन के लिए पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर लैग्रेंजियन-1 बिंदु तक पहुंचने में 125 दिन लगेंगे.
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