कोरबा, 24 अगस्त। कोरबा सुन्नी मुस्लिम जमात के कार्यकारणी की बैठक दिनाक 23 तारीख दिन बुधवार को सुबह 10 बजे से रखी गयी थी। उक्त बैठक दोपहर 1 बजे तक चली। बैठक में मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम जमात के सरपरस्त कारी सैय्यद शब्बीर अहमद असरफी ,अध्यक्ष हाजी अखलाक खान असरफी, जनरल सेक्रेटरी जुम्मन खान रिज़वी ,सेक्रेटरी सैय्यद असफाक अली समेत सुन्नी मुस्लिम जमात की कार्यकारिणी उपस्थित थे।
बैठक में मुख्य बिंदु पर चर्चा की गई जिसमें सुन्नी मुस्लिम जमात में मेम्बर सीप सदस्यता अभियान को लेकर, लेखा जोखा को लेकर, मरकज़ी सीरत कमेटी को लेकर चर्चा हुई, ईद मिलादुन्नबी पर चर्चा की गई, समाज मे अनुसाशन को लेकर चर्चा हुई।
उक्त जानकारी गुरुवार 24 अगस्त को कोरबा प्रेस क्लब के तिलक भवन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान हाजी अखलाक खान अशरफी ने दी। उन्होंने बताया कि कोरबा जिले की सुन्नी मुस्लिम जमात जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 24875 है, जो सन्न 1990 से फर्म एंड सोसाइटी में रजिस्टर्ड है। इसमें सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। सदस्यता की तारीख को 15 सितम्बर तक बढ़ाया गया है और वर्तमान में इसके अध्यक्ष वे स्वयं (हाजी अखलाक खान अशरफी) है और सुन्नी मुस्लिम जमात के अधीन जिले की सारी कमिटियां अपने-अपने क्षेत्रो में कार्य कर रही है। शहर में सुन्नी मुस्लिम जमात के मातहद ईदगाह कब्रिस्तान कमेटी, मरकजी सीरत कमेटी और मुस्लिम जमात खाना कार्यरत है ,जो समय-समय पर सुन्नी मुस्लिम जमात के पास अपना हिसाब( लेखा-जोखा) पेश करते रहते हैं। लेकिन कुछ वर्षों से मरकजी सीरत कमेटी के सदर मिर्जा आशिफ़ बेग (निशु) के द्वारा मनमाने तरीके से कार्य करना एवं हिसाब ना देना जमात के द्वारा पूछने पर यह कहना कि मैं सुन्नी मुस्लिम जमात को नहीं मानता और हद तो तब हो गई कि इस वर्ष 11 अगस्त दिन शुक्रवार को मस्जिदों में ऐलान कराया गया कि ईद मिलादुन्नबी की तैयारी के लिए एक मीटिंग रखी गई। जबकि इस मीटिंग की जानकारी सुन्नी मुस्लिम जमात के सदर को और ना ही अन्य किसी भी पदाधिकारी को इसकी जानकारी नहीं दी गई।
शुक्रवार की शाम मीटिंग में जाने के बाद मिर्ज़ा आसिफ़ बेग (निशु) और उनके आदमियों के द्वारा जमात के सदर हाजी अखलाक खान से अभद्र व्यवहार किया गया एवं उनके साथियों के साथ झूमा-झटकी , हाथा-पाई करने की कोशिश की गई बीच बचाव से कोई अप्रिय घटना नहीं घटी इसके बाद सुन्नी मुस्लिम जमात के सदर हाजी अखलाक खान ने वर्तमान में सुन्नी मुस्लिम जमात की कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर घटना की जानकारी दी गई। समाज के सभी मेम्बरों इस घटना की नींदा और सर्वसम्मति से सुन्नी मुस्लिम जमात के सभी मेंबरों ने यह प्रस्ताव पास किया कि सुन्नी मुस्लिम जमात के मातहद जो मरकाजी सीरत कमेटी के सदर मिर्जा आसिफ बेग (नीशू) है उसे तत्काल प्रभाव से पदाधिकारी सहित भंग कर दिया गया है। सुन्नी मुस्लिम जमात ने समाज के सभी लोगो से अपील की है मरकज़ी सीरत कमेटी को किसी भी प्रकार का चन्दा न दिया जाए । क्योंकि इस वर्ष जश्ने ईद मिलादुन्नबी की तैयारी व जुलूस सुन्नी मुस्लिम जमात के द्वारा किया जाएगा जुलूस की क़यादत सभी मस्ज़िद मदरसों के सदर व ईमाम करेंगे ईद मिलादुन्नबी 29 या 30 सितंबर को मनाया जाएगा। साथ ही सुन्नी मुस्लिम जमात ने समाज के सभी लोगों से अपील करती है जिनको ताऊन देना है वो सुन्नी मुस्लिम जमात के पदाधिकारी को दे सकते। साथ ही समाज पंजीयन को लेकर भ्रामकता फैलाई जा रही है जिसको लेकर सदर हाजी अखलाक खान में स्पष्ट रूप से कहा है कि ऐसे विषयों पर समाज प्रशासनिक कार्यवाही की मांग करेगा।
बताया गया कि 10,12 लोगों द्वारा समाज में भ्रामकता फैलाने की नीयत से सुन्नी मुस्लिम जमात नाम से समिति गठन किया गया शिकायत मिलने पर सुन्नी मुस्लिम जमात सदर हाजी अखलाक खान एवं समिति के सदस्यों द्वारा फर्म एंड सोसायटी में शिकायत की गई जिसके जवाब में फर्म एंड सोसायटी ने 15 दिनों के भीतर नाम बदले का आदेश दिया और नाम नही बदलने पर इन्हें निरस्तीकरण का आदेश दिया गया। लेकिन इन्होंने इसका पालन नही किया और हाई कोर्ट में फर्म एंड सोसायटी के विरुद्ध मुकदमा दायर किया। इसलिए पंजीयन के बावजूद इनकी कार्यकारणी पंजीकृत नही हो पाई। साथ ही सुन्नी मुस्लिम जमात ने समाज के लोगो से अपील की है कि समाज के लोग किसी भी प्रकार के बहकावे में न आये और सदस्यता अभियान में भाग लेकर समाज निर्माण में अपनी जागरूकता प्रस्तुत करें।
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