नियमित टीकाकरण करने यू-विन नामक सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम को डिजिटल बनाने का कार्यक्रम प्रारंभ

जशपुरनगर 21 जुलाई। कलेक्टर मित्तल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक हुई। साथ ही जिला स्तर पर विगत दिवस 12 जुलाई को प्रशिक्षण हो गया है व विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण किया जा रहा है। 

बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत संबित मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर प्रभारी स्वास्थ्य विभाग, मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला आयुर्वेद अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम, जिला आर.एम.उन.सी.एच.ए. कन्सलटेन्ट, जिला जनसंपर्क अधिकारी, जिला कोल्ड चेन मैनेजर, जिला समन्वयक मितानिन कार्यक्रम व यूनिसेफ सदस्य अनिल बघेल उपस्थित थे।

 बैठक में जानकारी देते हुए बताया गया कि सघन मिशन इन्द्रधनुष अंतर्गत 0-5 वर्ष की आयु तक के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं का हेड काउंट सर्वे उपरांत लेफ्ट आउट व ड्राप आउट लाभार्थियों का ड्यूलिस्ट तैयार कर तथा चिन्हित कर पूर्ण टीकाकृत किया जाना है। सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के पूर्व हेड काउंट सर्वे होना है। इसके लिए मैदानी स्तर पर सर्वे का कार्य शुरू कर लिया गया है। सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 में मुख्य रूप से मिजल्स रूबेला वैक्सीन, निमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन व इस वर्ष प्रारंभ किये गये इनएक्टिवेटेड पोलियो वैक्सीन के तृतीय डोज के कवरेज को बढ़ाने हेतु कार्य किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि राज्य में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम सुढृढ़ीकरण व मीजल्स एवं रूबेला वैक्सीन की डोज से छूटे हुए 5 वर्ष तक बच्चों को टीकाकृत किए जाने के लिए जिले में सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 का आयोजन तीन चरणों में किया जाएगा। जिसमें प्रथम चरण 07 से 12 अगस्त, द्वितीय चरण 11 से 16 सितम्बर व तृतीय चरण 9 से 14 अक्टूबर तक चलेगा।

जिला टीकाकरण अधिकारी की ओर से बताया गया कि 07 अगस्त से शुरू होने वाले सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 में लाभान्वित किये जाने वाले बच्चों व गर्भवती महिलाओं को यू-विन प्लेटफार्म के माध्यम से रजिस्टर्ड तथा टीकाकृत किया जाएगा। यू-विन पर गर्भवती महिला तथा शिशुओं का रिकार्ड ऑनलाइन उपलब्ध होगा। वर्तमान समय में टीकाकरण का रिकार्ड कागजी दस्तावेज में रखा जाता है। साथ ही इसके रखरखाव में भी समस्या होती है। यू-विन ऐप के उपयोग से किसी प्रकार की सारी समस्याओं के निराकरण में सहायता मिलेगी। वैक्सीन पूरा होने पर सर्टिफिकेट ऑनलाइन कहीं भी डाउनलोड किया जा सकेगा। इसे डिजिटल लॉकर में भी रख सकते हैं।

मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से जानकारी दी गई कि को-विन प्लेटफार्म की सफलता के बाद भारत सरकार ने अब पूरे राज्य में नियमित टीकाकरण के लिए यू-विन नामक सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) को डिजिटल बनाने का कार्यक्रम प्रारंभ किया है। जिससे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण कार्ड ले जाना, अगली खुराक पर नजर रखने की जद्दोजहद और ऐसी अन्य परेशानियां खत्म हो सकती है। भारत सरकार की ओर से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं व बच्चों के टीकाकरण के लिए यू-विन डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किया गया है। जिससे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण कार्ड ले जाने, अगली खुराक पर नजर रखने सहित अन्य परेशानियां खत्म हो सकती हैं। यू-विन प्लेटफार्म का उपयोग प्रत्येक गर्भवती महिला को पंजीकृत करने, उनके प्रसव के परिणाम को रिकार्ड करने, प्रत्येक नवजात शिशु के जन्म को पंजीकृत करने, जन्म खुराक देने एवं उसके बाद समस्त टीकाकरण कार्यक्रमों के लिए किया जाएगा। यू-विन के माध्यम से समस्त गर्भवती महिलाओं व शिशुओं को नेम बेस्ड ट्रेकिंग किया जा सकेगा तथा समय पर पात्र लाभार्थियों को टीकाकरण करने में सहायता मिलेंगी। 

इस प्लेटफार्म से लेफ्ट आउट-ड्राप आउट शिशुओं की संख्या को कम किया जा सकता है। यू-विन के माध्यम से टीकाकरण के तुरंत बाद डिजिटल सर्टिफिकेट जारी हो जाता है। इस ऐप के माध्यम से गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को टीकाकरण कार्ड आयुष्मान भारत खाते के पहचान पत्र से भी जुड़ेगा। सभी मेडिकल कॉलेज,जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, उपस्वास्थ्य केन्द्र केपास से डाटाबेस मौजूद होगा। इससे एक टीका किसी अस्पताल में लगने के बाद दूसरा टीका राज्य के किसी अन्य अस्पताल में लगवाया जा सकता है। वैक्सीनेशन का एप्वांइटमेंट भी ऑनलाइन होगा, जिससे जच्चा और बच्चा को वैक्सीनेशन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अगले टीकाकरण की तारीख का एलर्ट भी रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर आएगा। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन की बुकिंग भी हितग्राही यू-विन के माध्यम से कर सकेगा।