भारी बारिश के चलते भूस्खलन, बद्रीनाथ नेशनल हाईवे बंद, यमुना नदी के जलस्तर में आई कमी…

नई दिल्ली। उत्तर भारत के हिस्सों में मानसून की शुरुआत के बाद से बारिश से संबंधित घटनाओं में कई लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार भारी बारिश के कारण पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बाढ़ और भूस्खलन का कहर जारी है। उत्तराखंड के चमोली से एक ऐसी ही घटना सामने आई है। जहां भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ नेशनल हाईवे को बंद कर दिया गया है।

वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार रात कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी रही, जबकि यमुना नदी में जल स्तर में लगातार गिरावट देखी जा रही है। दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली के बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 भी लगा दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने अपनी निकासी योजना के तहत, निचले इलाकों में रहने वाले कुल 16,564 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है और 14,534 लोग शहर भर में तंबू में रह रहे हैं। उफनती यमुना का पानी निचले इलाकों कश्मीरी गेट, आईटीओ तक पहुंच गया है।

हिमाचल प्रदेश के सीएम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की और अपने राज्य के लिए 2,000 करोड़ रुपए की अंतरिम राहत मांगी, जो मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ से प्रभावित है। पिछले सप्ताह भारी से अत्यधिक भारी बारिश के कारण पहाड़ी राज्य में भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ गई। कई सड़कें बंद भी हो गई है और बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा। कुल्लू के उपायुक्त ने कहा कि बाढ़ प्रभावित हिमाचल प्रदेश में बचाव और बहाली का काम जारी है। कसोल से सड़क संपर्क आज बहाल होने की उम्मीद है। डीसी कुल्लू ने ट्वीट कर जानकारी देकर बताया कि कसोल, बंजार और तीर्थन के कुछ इलाकों तक मोबाइल नेटवर्क बहाल कर दिया गया है।

दिल्ली में शुक्रवार रात कई स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। हालांकि, यमुना नदी में जल स्तर में लगातार गिरावट देखी जा रही है और पुराने रेलवे ब्रिज पर सुबह 8 बजे तक 207.68 मीटर दर्ज किया गया। कई दिनों की बारिश की वजह से कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। दिल्ली मेट्रो में पिछले तीन दिनों में यात्रियों की संख्या औसत से ऊपर दर्ज की गई, जिससे पता चलता है कि राष्ट्रीय राजधानी में यमुना के कारण कई प्रमुख इलाकों में बाढ़ की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डीएमआरसी के लिए औसत सवारियों का आंकड़ा 55-60 लाख है। डीएमआरसी ने एक बयान में कहा कि 11 जुलाई को 62 लाख से अधिक यात्रियों ने यात्रा के लिए मेट्रो का सहारा लिया, जबकि 12 और 13 जुलाई को यह आंकड़ा 61,32,431 और 61,33,673 था। मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों तक दिल्ली, हरियाणा और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।

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