Saiee Manjrekar: सलमान की फिल्म ‘दबंग 3’ से बॉलीवुड में एंट्री करने वालीं एक्ट्रेस सई मांजरेकर एक बड़े अंतराल के बाद बॉलीवुड में वापसी कर रही हैं। सई इस बार अपनी नई फिल्म ‘कुछ खट्टा हो जाए’ के साथ फैन्स को एंटरटेनमेंट का डोज देने आ रही हैं। इसमें से मशहूर गायक गुरु रंधावा के साथ नजर आएंगी। सई ने दबंग के बाद साउथ की फिल्में भी की। बीते साल रिलीज हुई फिल्म ‘मेजर’ के कारण एक्ट्रेस ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। सई मांजरेकर ने जागरण डिजिटल के साथ एक्सलूसिव बातचीत करते हुए अपने पूर्व एक्सपीरियंस और आगामी प्रोजेक्ट्स के बारे में बताया।
सवाल: फिल्म ‘कुछ खट्टा हो जाए’ के साथ आपका कैसे जुड़ना हुआ?
जवाब: यह काफी खूबसूरती से बुनी गई कहानी है। यह एक पारिवारिक फिल्म है, जिसमें कॉमेडी, ड्रामा और लव स्टोरी है।दरअसल, मैं ‘हम साथ-साथ हैं’ और ‘हम आपके हैं कौन’ जैसी फैमिली ड्रामा वाली फिल्में देखकर बड़ी हुई हूं। पहली मीटिंग में ही हमने फिल्म की तारीख डिसाइड कर ली थीं।
सवाल: गुरु रंधावा के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
जवाब: रंधावा के साथ काम करना मजेदार रहा। हमने सेट पर एक-दूसरे के साथ सबसे अच्छा समय बिताया है। मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान मुझे गुरु रंधावा के रूप में एक अच्छा दोस्त मिला। वे एक अच्छे एक्टर के साथ-साथ नेक इंसान भी हैं।
सवाल: आपने ‘दंबग 3’ के बाद बॉलीवुड में कोई बड़ी फिल्म क्यों नहीं की?
जवाब: मैं अलग-अलग तरह का सिनेमा करना चाहती हूं। एक ही चीज में बंधकर काम करना मुझे अच्छा नहीं लगता। जब मेरे पास ‘मेजर’ फिल्म का ऑफर आया, उस दौरान बॉलीवुड की कई फिल्मों के लिए मुझे अप्रोच किया गया। लेकिन एक एक्ट्रेस के तौर पर लगा कि मुझे ‘मेजर’ करनी चाहिए।
सवाल: आपने ‘मेजर’ में डायरेक्टर आदिवि शेष के साथ काम किया, कैसा एक्सपीरियंस रहा?
जवाब: उनके साथ काम करने का अनुभव बहुत प्यारा था। आदिवि शेष ऐसे शख्स हैं, जिन्हें मैं जिंदगी भर याद रखूंगी। उन्होंने मुझे ‘मेजर’ में ईशा का रोल दिया, जो मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण था। वो जिस तरह से सेट पर मुझे हर रोज गाइड करते थे, मैं ये बात कभी नहीं भूल सकती।
सवाल: आपने बताया था कि आप आजकल के एक्टर्स के इंटरव्यू देखती हैं, उनमें से आपका पसंदीदा कौन है?
जवाब: मुझे सारा अली खान के इंटरव्यू काफी पसंद हैं। वे जिस तरह से बोलती हैं, खुद को संभालती हैं वह सराहनीय है। इसमें बहुत मेहनत लगती है।
सवाल: आप शीशे के सामने इंटरव्यू की प्रैक्टिस करती हैं, क्या आप इसे लेकर कॉन्शियस रहती हैं?
जवाब: नहीं, ऐसा नहीं है। लेकिन कई बार ऐसा होता है जब आप बोलते कुछ हैं और उसे कुछ और समझ लिया जाता है। मैं ऐसी बातें कहने से बचती हूं, जिन्हें किसी ओर कॉन्टेक्स्ट में लिया जाता है। ऐसा करने पर दिमाग पर भी बोझ पड़ता है।
सवाल: आपने बॉलीवुड और साउथ की फिल्मों में काम किया। दोनों इंडस्ट्रीज के एक्टर्स में कितना फर्क है?
जवाब: मैं चीजों को काफी जल्दी एडेप्ट कर लेती हूं। मैंने शेष के साथ काम किया। वे मजाक के समय पर मजाक करते हैं, लेकिन सेट पर सीरियस होकर काम करते हैं। मैं उनके साथ गंभीर और इंटलेक्चुअल बातें करती थीं।जबकि गुरु रंधावा के साथ काम किया, तब मैं उनके जैसी बन गई। वे काफी सहज हैं। मेरा एडेप्टिव नेचर फिल्मों में काम करने के दौरान भी काम आता है। मैं आसानी से किरदार कैप्चर कर लेती हूं।