कोरबा,14 जुलाई । प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा में बिजली की लचर व्यवस्था का मुद्दा कैबिनेट की मीटिंग में उठाया। कुछ दिन पहले कैबिनेट की मीटिंग रायपुर में आयोजित हुई थी। जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित प्रदेश के सभी मंत्रियों की मौजूदगी में कई प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इसी दौरान राजस्व मंत्री ने कोरबा जिले में बिजली की निर्बाध आपूर्ति को लेकर ऊर्जा विभाग के सचिव अंकित आनंद को व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कोरबा प्रदेश की उर्जाधनी है। यहीं से बिजली का उत्पादन होता है। जिससे देश के कई राज्य रौशन होते हैं। लेकिन दुर्भाग्य का विषय है कि कोरबावासियों को निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। इस दिशा में ठोस कार्यवाही करने की जरूरत है।
सचिव ने एमडी को दिया निर्देश, कोरबा जाकर समस्या का करें समाधान :
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल क्षेत्र में व्याप्त विद्युत व्यवस्था की व्यवस्था के लिए पहले भी बिजली विभाग कैमरे को पत्र लिख चुके हैं। कैबिनेट की मीटिंग में इस मुद्दे को उठाया और कोरबा में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराने की बात कही। राजस्व मंत्री ने कोरबा अंचल में विद्युत आपूर्ति की लचर व्यवस्था पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरबा विद्युत उत्पादन का प्रमुख केन्द्र है। समूचे देश में एक तरफ कोरबा में स्थापित राज्य की विद्युत उत्पादन इकाईयों को सर्वश्रेष्ठता का खिताब मिला है। तो दूसरी तरफ बिजली की कटौती के मामले में सबसे अधिक कोरबा अंचल के लोग ही पीड़ित हैं। कोरबा में आए दिन किसी न किसी समस्या के चलते लम्बे समय तक बिजली कटौती होती रहती है। जिससे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के साथ ही अनेक लघु उत्पादन इकाइयों सहित विद्यार्थियों और आम नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करने के साथ ही बड़े पैमाने पर नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
मंत्री की नाराजगी व क्षेत्र की समस्या के मद्देनज़र विद्युत विभाग के सचिव अंकित आनंद ने तत्काल विद्युत विभाग के प्रबंध निदेशक(एमडी) मनोज खरे को कोरबा जाकर समस्या के निराकरण करने की बात कही है। जिसके बाद शीघ्र ही एमडी खरे का कोरबा प्रवास प्रस्तावित है। वह कोरबा आकर जमीनी स्तर पर अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेंगे और समस्याओं के निराकरण की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे।
हाल फिलहाल में कोई प्राकृतिक आपदा नहीं फिर भी बिजली की कटौती :
यह बात भी उल्लेखनीय है कि हाल फिलहाल में कोरबा जिले या शहर में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा नहीं आई है। बारिश के दौरान बाढ़ या आंधी तूफान जैसी स्थिति भी नहीं हुई है। इसके बाद भी मेंटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली की आपूर्ति रोक दी जाती है। अघोषित बिजली कटौती की जा रही है।
राजस्व मंत्री जयसिंह ने भी इस बात का कैबिनेट की मीटिंग में ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि कोरबा अंचल में आए दिन की जा रही बिजली कटौती से आम नागरिकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। जिसे तत्काल सुधारने की आवश्यकता है। यदि कोरबा अंचल के लिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में आ रही कठिनाइयों को दूर करने के लिए शीघ्र ही कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैं। तो जनाक्रोश कभी भी विस्फोटक रूप लेकर जन आन्दोलन में परिवर्तित हो सकता है।
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