SAFF Championship: सेमीफाइनल से पहले भारतीय फुटबॉल टीम को लगा बड़ा झटका, कोच स्टिमैक पर लगा दो मैच का प्रतिबंध

नईदिल्ली : सैफ चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में भारतीय फुटबॉल टीम शनिवार (एक जुलाई) को लेबनान के खिलाफ खेलेगी। मैच से एक दिन पहले टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा है। भारत के मुख्य कोच इगोर स्टिमैक पर शुक्रवार को दो मैचों का प्रतिबंध लगाया गया। इसके अलावा उन पर करीब 41 हजार रुपये (500 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना लगाया गया है।

स्टिमैक को कुवैत के खिलाफ मुकाबले के दौरान मैच अधिकारियों के साथ बहस करने के बाद रेड कार्ड दिखाया गया था। भारत का यह आखिरी ग्रुप मैच 1-1 से ड्रॉ रहा था। सैफ अनुशासन समिति ने स्टिमैक के व्यवहार को एक से अधिक मैचों के लिए निलंबित करने के लिए उपयुक्त समझा। उन्हें 21 जून को पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भी रेड कार्ड दिखाया गया था। हालांकि, तब सैफ अनुशासन समिति के सामने यह मामला नहीं भेजा गया था। उनके इस अपराध को कम गंभीर माना गया था और उन्हें इसके बाद नेपाल के खिलाफ मैच से बाहर बैठना पड़ा था।

सैफ चैंपियनशिप के महासचिव ने की प्रतिबंध की पुष्टि
अनुभवी क्रोएशियाई कोच और 1998 विश्व कप कांस्य पदक विजेता स्टिमैक पर लगे प्रतिबंध के बारे में सैफ चैंपियनशिप के महासचिव अनवारुल हक ने पुष्टि की। उन्होंने शुक्रवार (30 जून) को बताया, “स्टिमैक पर दो मैचों का प्रतिबंध लगाया गया है और 500 अमेरिकी डॉलर (करीब 41,000 रुपये) का जुर्माना भी लगाया गया है।”

पाकिस्तान के खिलाफ मैच में क्या हुआ था?
पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान भारतीय कोच के पास जब गेंद गई तो वह उसे पाकिस्तानी खिलाड़ी से दूर कर रहे थे। इतने में पाकिस्तान के अब्दुल्ला इकबाल आपा खो बैठे और स्टिमैक से बहस करने लगे। देखते-देखते कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने स्टिमैक को घेर लिया। इतना ही नहीं खिलाड़ियों के पाकिस्तान के मुख्य कोच शहजाद अनवर भी भारतीय कोच से बहस करने लगे।

रेफरी ने कड़ा फैसले लेते हुए भारतीय कोच स्टिमैक को रेड कार्ड दिखा दिया और उन्हें मैच से बाहर कर दिया। स्टिमैक पाकिस्तानी टीम को थ्रो देने के फैसले से निराश थे। उन्हें लगा कि राइट बैक प्रीतम कोटाल फाउल हुए थे। स्टिमैक के साथ-साथ पाकिस्तान कोच को भी दंडित किया गया। उन्हें यलो कार्ड दिखाया गया। यह उनके लिए आखिरी चेतावनी थी।

कुवैत के खिलाफ क्या हुआ था?
कुवैत के खिलाफ मैच में स्टिमैक को खेल में बाधा डालने के लिए पहले ही पीला कार्ड मिल चुका था। इसके बाद जब दूसरे हाफ में दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में भिड़े तो स्टिमैक मैच अधिकारियों के पास चले गए और अपनी नाराजगी जाहिर की। इस बार उन्हें रेफरी ने रेड कार्ड दिखा दिया। मैच अधिकारियों के साथ उनकी बातचीत पूरी नहीं हुई और उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा।