भारतीय सेना को मिले 332 युवा सैन्य अधिकारी

नई दिल्ली ,11 जून  भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) देहरादून में सैन्य छात्रों की पासिंग आउट परेड और पीपिंग सैरेमनी के साथ ही शनिवार को भारतीय सेना को 332 युवा सैन्य अधिकारी मिल गए। सेना की विभिन्न इकाइयों में लेफ्टिनेंट बनकर जा रहे इन अधिकारियों को उत्तरी व पश्चिम मोर्चे सहित देश में विभिन्न स्थानों पर तैनात किया जाएगा। अकादमी से सात मित्र देशों के 42 कैडेट समेत कुल 374 कैडेट पास आउट हुए हैं। 

थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने अकादमी के एतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर पासिंग आउट परेड की सलामी ली। सीना ताने कदम से कदम मिलाकर परेड कर रहे देश के भावी कर्णधार कैडेट्स के परेड कमांडर मेहर बनर्जी के नेतृत्व में शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स को मंत्रमुग्ध कर दिया। परिजनों की करतलध्वनी के बीच युवा सैन्य अधिकारी अंतिम पग भर रहे थे, तो आसमान से हेलीकाप्टरों के जरिए उन पर पुष्प वर्षा हो रही थी। 

कैडेट्स को सम्बोधित करते हुए जनरल पांडे ने युद्ध के बदलते स्वरूप के मद्देनजर उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए कौशल को अद्यतन करना जरूरी है। तकनीक के तेजी से विकास से युद्ध की गतिशीलता तेजी से बदल रही है। ऐसे में तकनीकी कौशल के आधार पर निरंतर सोचना होगा। उन्होंने कहा कि सैनिकों का पेशा सभी व्यवसायों में सर्वोत्तम है। यह एक ऐसा करियर है, जो उद्देश्य की भावना से प्रेरित है और कर्तव्य निष्ठा से भी अधिक बलिदान मांगता है। 

सर्वाधिक कैडेट यूपी के 

सेना में शामिल हुए अधिकारियों में सर्वाधिक 63 उत्तरप्रदेश के हैं। इनके अलावा राजस्थान व मध्यप्रदेश के 19-19 और छत्तीसगढ़ के 5 कैडेट भी लेफ्टिनेंट बने हैं। इनके अलावा बिहार के 33, हरियाणा 32, महाराष्ट्र 26, उत्तराखंड 25, पंजाब 23, हिमाचल प्रदेश 17, दिल्ली 12, कर्नाटक 11, झारखंड 8, जम्मू-कश्मीर 6, केरल 5, तेलंगाना व पश्चिम बंगाल से 3-3 व गुजरात के दो कैडेट शामिल है। नेपाली मूल के 2 कैडेट भी सेना में शामिल हुए हैं। मित्र देशों के कैडेट्स में भूटान के 19, तजाकिस्तान के 17, श्रीलंका के दो और मालदीव, सुडान, सेशेल्स व वियतमान का एक-एक कैडेट है।