आगामी विधानसभा निर्वाचन पूर्व कार्यों को प्राथमिकता देवें अधिकारी : कलेक्टर

दंतेवाड़ा ,07 जून । कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला संयुक्त कार्यालय के डंकिनी सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक संपन्न हुई। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री के मंशानुसार सी-मार्ट की स्थापना का उद्देश्य स्थानीय स्तर के उत्पादों का महिलाओं और युवाओं की ओर से प्रसंस्करण करके उनके द्वारा निर्मित उत्पादों के लिए विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराना है, इससे न केवल स्व रोजगार का सृजन होगा साथ ही साथ समूहों की वित्तीय स्थिति बेहतर होगी। 

जिले में सी-मार्ट के माध्यम से विभिन्न प्रकार की दैनिक उपभोग सामग्रियों का उत्पादन किया जा रहा है, जिससे महिलाओं और युवाओं को रोजगार मिल रहा है। इसके मद्देनजर 16 जून से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र के लिए पोटा केबिन, आश्रम शालाओं व छात्रावासो में शासन की ओर से संचालित सी-मार्ट के माध्यम से ही सामग्री क्रय किया जाएगा। जिसके माध्यम से स्व सहायता समूह को एक अच्छा विपणन बाजार उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सी-मार्ट के माध्यम से पोटा केबिन, आश्रम शालाओं व छात्रावासो में बाजार दर से कम कीमत पर सामग्रियां मिलेगी।

इसके लिए संबंधित विभाग आपसी तालमेल बनाकर इसके अनुसार अमल करना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही बैठक में कलेक्टर नंदनवार ने कहा कि आगामी निर्वाचन की तैयारी को प्राथमिकता देते हुए निर्वाचन संबंधी पूर्व कार्यों को गंभीरता से करें। कोई मतदाता अपने मतदान से वंचित न हो इसके लिए गांवों व शहरों में 17 प्लस आयु के नवीन मतदाताओं को जोडऩे, मतदाताओं की संख्या, पूर्व निर्वाचन में मतदाता प्रतिशत, शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कुल मतदान केंद्रों की व्यवस्थाएं, स्वीप गतिविधियों जैसे अन्य कार्यों को कुशलता पूर्वक करें।

बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि सभी गौठान में महिला समूह को जोड़कर उन्हें आय अर्जित करने के लिए प्लान तैयार करें। उन्होंने हिदायत देते कहा कि शत-प्रतिशत गौठानों में गोबर खरीदी किया जाना है, गौठान योजना शासन की महत्वपूर्ण और फ्लैगशिप योजना है। इसका क्रियान्वयन और संचालन गुणवत्ता के साथ प्राथमिकता से होनी चाहिए। गौठानों में वृक्षारोपण की स्थिति की जानकारी लेते हुए कहा कि गौठानों में पौधे की देखरेख की जिम्मेदारी गौठान प्रबंधन की है। रीपा कार्यक्रम के अंतर्गत गौठानों में मल्टी एक्टिविटी संचालित करने के संबंध में उन्होंने निर्देश दिया कि गौठानों में तथा एफआरए कलस्टर क्षेत्रों के अंतर्गत फलदार पौधों के अलावा तीखुर, हल्दी, जिमीकंद जैसे फसलों को प्रोत्साहित करें।

इसके साथ ही उन्होंने मिलेट मिशन योजना के तहत कोदो, कुटकी, रागी का उत्पादन कलस्टर क्षेत्रों अतंर्गत करने के निर्देश दिए। समस-सीमा के बैठक के दौरान कलेक्टर ने जिले को प्लास्टिक मुक्त करने हेतु चल रहे अभियान की भी समीक्षा की और अधिकारियों से कहा कि इसके लिए संबंधित विभाग लगातार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें, जिससे लोगों में जागरूकता आये और वे अमानक प्लास्टिक का उपयोग कम करें, साथ ही जो दुकानदार केमिकल फर्टिलाइजर बेचता है तो उसके ऊपर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए।

मुख्यमंत्री बेरोजगार भत्ता योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में 482 बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। अत: इन पात्र हितग्राहियों को रोजगार से जोडऩे के लिए कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम अनिवार्य रूप से संचालित करें। बैठक के अंत में उन्होंने जनपद स्तर पर चल रहे सभी प्रकार के निर्माण कार्यों में प्रगति लाते हुए समय-सीमा के अंदर पूर्ण करने के निर्देश दिए और कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत जो हितग्राही प्रधानमंत्री आवास स्वीकृति होने के बाद कार्य प्रारंभ नहीं किया है तो ऐसे हितग्राही के ऊपर कार्यवाही करें। बैठक में जिला पंचायत सीईओ ललितादित्य नीलम, अपर कलेक्टर संजय कन्नौजे, एसडीएम कुमार बिश्वरंजन सहित सभी विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर नंदनवार ने जनदर्शन में ग्रामीणों की सुनी समस्याएं :

कलेक्टर विनीत नंदनवार ने आज कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनदर्शन के माध्यम से आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। इस मौके पर जिले के ग्रामीण जन व आम नागरिकों द्वारा जनदर्शन में अपनी छोटी या बड़ी समस्याओं को सीधे कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत हुए। कलेक्टर नंदनवार ने इन आवेदनों पर विचार कर संबंधित विभाग प्रमुख को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश समय-सीमा में दिए गए।