लखनऊ, 02 जून I संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआईएमएस) के डॉक्टरों ने नौ साल के बच्चे के हाथ की कटकर अलग हुई 2 उंगलियों को सर्जरी कर दोबारा जोड़ दी। बच्चा सर्जरी के बाद ठीक हो रहा है। सुल्तानपुर रोड पर मुरजाम नगर निवासी श्लोक यादव की उंगलियां घर में लगी चारा काटने वाली मशीन के पास खेलते वक्त कट गईं।
अनजाने में उसने अपना हाथ मशीन की ब्लेड के पास रख दिया, जिससे उसके दाहिने हाथ की दो उंगलियां पूरी तरह से कट गईं। हादसा मंगलवार को हुआ और बच्चे को एसजीपीजीआई ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। सर्जरी तुरंत शुरू हुई और सात घंटे तक चली, दोनों अंगुलियों को हाथ के स्टंप से जोड़ दिया गया।
एसजीपीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी के हेड डॉ. राजीव अग्रवाल ने कहा, रीअटैचमेंट एक ऐसी सर्जरी है, जिसमें कटी हुई उंगली, हाथ या शरीर के किसी हिस्से को आधुनिक प्लास्टिक सर्जरी द्वारा सर्जिकल रूप से उसके स्थान पर फिर से जोड़ा जाता है। रीअटैचमेंट के लिए तकनीकी शब्द रिप्लांटेशन है। रिप्लांटेशन में, चोट से इलाज के लिए बीता हुआ समय महत्वपूर्ण है। रीअटैचमेंट सर्जरी करने का सही समय चोट के छह घंटे के भीतर है।
अग्रवाल ने कहा कि रिप्लांटेशन की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद करने के लिए कई विकल्प हैं। उन्होंने कहा, कटे हुए हिस्से को सही ढंग से संरक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसे पानी या खारे पानी से जल्दी से धोना चाहिए। फिर उस हिस्से को सीलबंद प्लास्टिक बैग में रखना चाहिए। इस बैग को बर्फ के पानी या बर्फ में रखा जाना चाहिए।
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