Karnataka Election: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों का प्रचार और प्रसार जोरों पर हैं. 10 मई को 224 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग होना है.
यही वजह है कि राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जनता से लुभावने वादे कर रहे हैं. इसी कड़ी में जहां 1 मई को भारतीय जनता पार्टी ने अपना संकल्प पत्र जारी किया वहीं अगले ही दिन की शुरुआत में ही कांग्रेस ने भी जनता से वादों की झड़ी लगा दी. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में नफरत फैलाने वालों पर बैन से लेकर मुफ्त बिजली समेत कई लुभावने वादे किए हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार समेत तमाल कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस ने मंगलवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया है. मतदान से ठीक आठ दिन पहले कांग्रेस के इस घोषणा पत्र में जिस बात पर जोर दिया गया वो था देश में नफरत फैलाने वाले संगठनों पर बैन लगाना. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया कि उनकी सरकार बनते ही वे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई और बजरंग दल जैसे संगठनों पर पूरी तरह बैन लगा देंगे. कांग्रेस का मानना है कि ऐसे दल दुश्मनी और हेट बढ़ाने का काम कर रहे हैं.
क्या है कांग्रेस के घोषणा पत्र में जनता से किए वादे–
- PFI और बजरंग दल जैसे संगठनों पर लगेगा बैन
- 200 यूनिट बिजली गृह ज्योति योजना के तहत मुफ्त दिए जाने का वादा
- महिलाओं के लिए मुफ्त बस योजना
- 5 वर्षों में किसान कल्याण के जरिए 1.5 लाख रुपए
- किसनों को फसल नुकसान से बचाने के लिए 5000 करोड़ रुपए पांच साल में, हर वर्ष 1000 करोड़
- 2 रुपए दूध सब्सिडी पर बढ़ाए जाने का वादा
- 10 किलो चावल भी अन्नभाग्य योजना के तहत देने का वादा
- 50 से बढ़ाकर आरक्षण की सील को भी 75 प्रतिशत किया जाएगा
- माइनोरिटी में आने वाली महिलाओं से 3 लाख तक के लोन पर ब्याज नहीं लिया जाएगा
- अल्पसंख्यक कल्याण राशि को बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपए करेंगे
- लिंगायत और वोक्कलिंगा समुदाय के रिजर्वेशन को भी बढ़ाया जाएगा
- गांवों के विकास के लिए 50 हजार करोड़ रुपए का फंड
- नंदिनी को क्षीर क्रांति योजना के तहत रोजाना डेढ़ करोड़ लीटर दूध उत्पादन का लक्ष्य
घोषणा पत्र जारी होने के बाद क्या बोले डीके शिवकुमार
कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी किए जाने के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिग्गज नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि, कांग्रेस का मकसद कर्नाटक को वैश्विक स्तर पर चमकाना है. उन्होंने कहा कि, कर्नाटक में शांति, प्रगति और समकारात्मक दृष्टिकोण के साथ हम प्रदेश को आगे बढ़ाएंगे.
[metaslider id="347522"]