दिल्ली ,02 मई । अमेरिकी राज्य इलिनॉइस में सोमवार को धूल के बवंडर (डस्ट स्टॉर्म) के कारण इंटरस्टेट हाईवे पर कई गाड़ियां भिड़ गईं। इनमें 20 कॉमर्शियल व्हीकल और 60 से ज्यादा कारें थीं। 6 लोगों की मौत हो गई। इलिनॉइस पुलिस के मुताबिक, 30 से ज्यादा घायलों अस्पताल पहुंचाया गया है। घायलों में 2 साल के बच्चों से लेकर 80 साल के बुजुर्ग शामिल हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। बवंडर के वक्त हवाएं 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थीं। टकराने के बाद कई गाड़ियां एक–दूसरे पर चढ़ गईं।
सेंट लुइस से 75 मील (120 किलोमीटर) नॉर्थ में मोंटगोमरी काउंटी में यह हाईवे दोनों दिशाओं में बंद कर दिया गया था। जिसे मंगलवार दोपहर तक खोला जाएगा। सोमवार की सुबह 11 बजे इस हादसे के बारे में जानकारी सामने आई। सेंट लुइस मौसम विभाग के मुताबिक, ये धूल भरी आंधी हाल ही में जोते गए खेतों की मिट्टी और उत्तर-पश्चिमी तेज हवाओं के मिलने से बनी। जिसकी रफ्तार 70 किमी प्रति घंटे थी। यही वजह रही कि विजिबिलिटी कम हो गई और गाड़ियां भिड़ गईं।
टॉर्नेडो के बाद 25 साल के इवान एंडरसन ने बताया कि वो शिकागो से अपने घर सेंट लुइस जा रहे थे। तभी उनकी गाड़ी धूल और बवंडर में फंसकर क्रैश हो गई। इवान ने कहा कि धूल के बीच कुछ नजर नहीं आ रहा था। कुछ लोग गाड़ी की स्पीड धीमे कर रहे थे लेकिन कौन सी कार कहां खड़ी है ये नहीं दिखा। नेशनल वेदर सर्विस ने तूफान को देखते हुए दोपहर करीब 1:25 बजे डस्ट की वॉर्निंग जारी की थी। वेदर सर्विस ने वॉर्निंग में कहा था कि जिन लोगों को सांस से जुड़ी बिमारी है वो घर से किसी भी कीमत पर बाहर न निकलें। इस दौरान ट्रैवल करना मुश्किल होगा और जान का खतरा भी हो सकता है।
अमेरिका की नेशनल वेदर सर्विस के अनुसार, वैसे तो टॉर्नेडो दुनिया में कभी आ सकते हैं, लेकिन अमेरिका में ये सबसे ज्यादा संख्या में आते हैं। अमेरिका में ही सबसे ज्यादा टॉर्नेडो कांसस, ओकलाहोमा, टेक्सास जैसे मैदानी इलाकों में ज्यादा आते हैं।नेशनल ओशियेनिक एटमॉस्फेयरिक एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि टॉर्नेडो की वजह से अमेरिका में हर साल 50 जानें चली जाती हैं। वहां 2011 के वसंत में बहुत ही विनाशकारी टॉर्नेडो आए थे जिसमें 580 से ज्यादा लोगों ने अप्रैल और जून में अपनी जान गंवा दी थी। अनुमान लगाया गया है कि उनसे 21 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
अमेरिका के साउथ फ्लोरिडा के वर्जीनिया बीच में एक बवंडर यानी टॉर्नेडो ने भारी तबाही मचाई। यह टॉर्नेडो एक रिहायशी इलाके में आया। चंद मिनट में ही इलेक्ट्रिसिटी और गैस सप्लाई बंद हो गई। हवा की रफ्तार इतनी तेज थी कि कई कारें पलट गईं। इलाके में शनिवार से ही इमरजेंसी लागू कर दी गई थी। इसके चंद मिनट बाद ही करीब 100 घरों को नुकसान की खबर आई। वर्जीनिया बीच अथॉरिटी के मुताबिक- टॉर्नेडो से किसी के मारे जाने या घायल होने की खबर नहीं है। घरों और कम्युनिटी सेंटर्स को बहुत नुकसान हुआ है।
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