दंतेवाड़ा । एक मई अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। राज्य में इसे श्रमवीरों के सम्मान में ’बोरे-बासी’ तिहार के तौर पर भी मनाया जाने लगा है। पौष्टिक ’बोरे-बासी’ आहार समृद्ध छत्तीसगढ़ी खानपान, संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा रहा है। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ में पहली बार वर्ष 2022 में एक मई मजदूर दिवस को बोरे बासी तिहार के रूप में मनाया गया। अब अधिकतर लोग यह मानते है कि ’बोरे बासी’ ज्यादा स्वादिष्ट और सेहतमंद है। बोरे-बासी तिहार के मुख्य उद्देश्य नई पीढ़ी के लोगों को भी छत्तीसगढ़ की खानपान, परंपरा और संस्कृति से जोड़ना है। इस क्रम में दंतेवाड़ा जिले के चारों विकासखंड के गौठानों मैं भी श्रमिकों द्वारा ’बोरे बासी’ खाकर श्रम दिवस मनाया गया।
बोरे-बासी तिहार पर जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा,जिला पंचायत सदस्य सुलोचना कर्मा, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि अवधेश गौतम, छविंद्र कर्मा, सीईओ जिला पंचायत ललितादित्य नीलम, अपर कलेक्टर संजय कन्नौजे, एसडीएम कुमार बिश्वरंजन, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती कल्पना ध्रुव, तहसीलदार श्रीमती यशोदा केतारप सहित अन्य जनप्रतिनिधि गण व अधिकारियों ने भी छत्तीसगढ़ी व्यंजन ’बोरे बासी’ का स्वाद लिया।
[metaslider id="347522"]