Raipur AIIMS में रोगियों को मिलेंगे अब पोषक तत्वों से भरपूर मिलेट्स आहार

अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स ईयर में एम्स की अनूठी पहल, कैंटीन में आम लोगों के लिए भी मिलेंगे व्यंजन

रायपुर,10 अप्रैल । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती रोगियों और उनके परिजनों के लिए अब पोषक तत्वों से भरपूर मिलेट्स के आहार भी उपलब्ध होंगे। एम्स ने रोगियों को दिए जाने वाले भोजन में मिलेट्स को भी शामिल करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही इनसे बनने वाले विभिन्न व्यंजन जैसे कुटकी सांभर भात, कोदो दही भात, कंगनी खीर आदि भी यहां की कैंटीन में सभी के लिए उपलब्ध होंगे।

निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने बताया कि भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स ईयर के रूप में मनाया जा रहा है। इस क्रम में एम्स ने पहल करते हुए रोगियों, उनके परिजनों और कर्मचारियों के लिए मिलेट्स से बने स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। मिलेट्स के रूप में ज्वार, बाजरा, रागी, मडुवा, सावां, कोदो, कुटकी, कंगनी, चीना आदि को नियमित रूप से रोगियों के भोजन और कैंटीन की थाली में शामिल किया जाएगा।

अधिष्ठाता (अकादमिक) प्रो. आलोक चंद्र अग्रवाल ने बताया कि मिलेट्स में शरीर के लिए आवश्यक एंटी आक्सीडेंट्स, कम कैलोरी और कम ग्लायसेमिक इंडेक्स होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। चीफ डायटिशियन नुपूर जैन के अनुसार मिलेट्स अनाजों में प्रचुर प्रोटीन, फाइबर और डायटरी सप्लीमेंट्स होते हैं जो चावल और गेहूं से नहीं मिल पाते हैं। मोटे अनाज किफायती होते हैं और हर मौसम में उपलब्ध होते हैं। अतः इन्हें नियमित रूप से खाने में शामिल किया जा सकता है।

इस अवसर पर एम्स के क्लिनिक्ल न्यूट्रीशन एंड डायटिक्स विभाग की ओर से रोगियों और उनके परिजनों के लिए मिलेट्स से बने खाद्य पदार्थों के महत्व को बताती एक पोस्टर प्रदर्शनी आयोजित की गई। इसमें कुटकी सांभर भात, कोदो दही भात, कंगनी खीर, मिक्सड मिलेट रोटी, रागी कोदो कुटकी, रागी मिक्स लड्डू, नूडल, पाश्ता, चिक्की आदि खाद्य उत्पाद शामिल हैं। इस अवसर पर डिस्पले थाली  और पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से मिलेट्स के महत्व को भी प्रदर्शित किया गया। अतिथियों ने मिलेट्स के महत्व को बताने वाले टेबल कैलेंडर का भी विमोचन किया।

कार्यक्रम में उप-निदेशक अंशुमान गुप्ता, प्रो. एली मोहापात्रा, डॉ. अतुल जिंदल, डॉ. दिबाकर साहू, डॉ. रमेश चंद्राकर, वी. सीतारामू सहित बड़ी संख्या में चिकित्सक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।