कोरबा। जिले में हुए पुलिस अफसर की हत्या मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दे कि होली के दो दिन बाद बांगो थाना से कुछ ही दुरी पर स्थित पुलिस बैरक मैं एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार की लाश मिली थी। पुलिस को एएसआई के सिर समेत शरीर में हथियार से हमले के निशान मिले थे। एसपी उदय किरण खुद बांगो चौकी पहुंचे थे।
आरोपी की गिरफ्तारी करने के लिए एसपी ने चार टीम बनाई थी। जिसमें 75 सदस्य थे, जिसका सुपरविजन खुद एसपी उदय किरण कर रहे थे। साथ ही आईजी बद्रीनारायण मीणा ने भी बांगो थाना पहुंचकर विवेचना के संबंध में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए थे।
जान-पहचान वालों सभी से पूछताछ हुई. जाँच के दौरान पुलिस टीम को तकनीकी साक्ष्य जुटाने पर संदेही करण गिरी के बारे में पता चला। टीम ने उसे हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो शुरुआत में वह मना करता रहा बाद में सख्ती से पूछताछ करने पर उसने कुल्हाड़ी से हत्या करने का अपराध कबूल कर लिया।
पूछताछ में आरोपी करण गिरी ने बताया कि एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार ने दिसंबर माह में शराब जप्त कर आबकारी के प्रकरण में उसे जेल भेज दिया था।
जिसमें 15 से 20 दिन जेल में था जिससे वह एएसआई से नाराज चल रहा था।
होली के दिन 8 मार्च को जब वह मोहल्ले में डीजे बजा कर होली का त्यौहार मना रहा था तब एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार ने रात 9:30 बजे आकर डीजे बंद करवा दिया और डीजे का परमिशन ना होने की बात कहते हुए डीजे की जब्ती बना ली।
होली के दूसरे दिन 9 मार्च को पुलिस की होली हो रही थी जिसमें एएसआई परिहार भी होली खेलने में अन्य पुलिसकर्मियों के साथ व्यस्त थे।
रात को 12 बजे वह थाने से थोड़ी दूर में स्थित बैरक में आकर सो गए इस दौरान वहां अन्य तीन बैरक में कोई पुलिस वाला नहीं था।
तभी आरोपी करण गिरी ने एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार के बैरक में जाकर खटखटाया जब नरेंद्र सिंह परिहार ने दरवाजा खोला तब मुझे ढंग से होली नहीं मनाने दिए और जेल भेज दिए कहकर अपने साथ लाए टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर एएसआई नरेंद्र परिहार की हत्या कर दी।
जिसके बाद आरोपी नदी के पास झाड़ी में तकिया को छुपा कर फरार हो गया जिसे आरोपी की निशानदेही पर जब्त किया गया है।
आरोपी करण गिरी पिता राजकुमार गिरी उम्र 25 वर्ष साकिन ठिहाई पारा बावापारा कोनकोना थाना बांगो जिला कोरबा को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में पेश किया है।