नई दिल्ली ,03 मार्च । शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर के नेतृत्व में भारत के दौरे पर आए ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ उच्चस्तरीय बैठक की और इसके साथ ही नई दिल्ली में विद्यार्थी सहभागिता कार्यक्रमों में भाग लिया। दोनों पक्षों ने शिक्षा क्षेत्र में अपनी साझेदारी को स्कूली शिक्षा, उच्च और व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्रों में आगे बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया।
उन्होंने दोनों देशों में युवाओं को सशक्त बनाने और शिक्षा एवं कौशल क्षेत्र को और अधिक जीवंत बनाने के लिए आपसी जुड़ाव को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों मंत्रियों ने उच्च शिक्षा, कौशल और अनुसंधान क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय शिक्षा सुलभ कराने की तलाश करके संस्थागत सहयोग और दोतरफा गतिशीलता या आवाजाही बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। शिक्षा के क्षेत्र में भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को मजबूत करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर 28 फरवरी से लेकर 4 मार्च 2023 तक भारत के 5 दिवसीय दौरे पर हैं।
धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया 21वीं सदी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए दोतरफा आवाजाही के माध्यम से संबंधों को मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा हर बदलाव की कुंजी है। अत: शिक्षा सभी बदलावों और साझेदारियों की स्वाभाविक ‘जननी’ है। श्री प्रधान ने कहा कि शैक्षणिक संबंधों को मजबूत करने से दोनों देशों के छात्रों को विविध सांस्कृतिक परिवेशों में सीखने और नए अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ या ‘एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य’ के मूल्यों को सही मायने में कायम रखा जा सकेगा, जो कि भारत की जी20 अध्यक्षता की थीम भी है। श्री प्रधान ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के दो विश्वविद्यालय जल्द ही गुजरात की गिफ्ट सिटी में कैंपस खोलेंगे। उन्होंने यह बात दोहराई कि भारत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को अधिक सुलभ और किफायती बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के साथ साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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