दांतों के लिए जरूरी हैं ये विटामिन और मिनरल

आजकल खराब डाइट का असर हमारी पूरे सेहत पर पड़ रहा है। खाने में पोषक तत्वों की कमी होने से दांतों से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ रही हैं। दांतों को स्वस्थ रखने के लिए कई विटामिन और मिनरल की जरूरत होती है। जैसे ही ये पोषक तत्व खाने से गायब होते हैं दांतों का टूटना, झड़ना और कैविटी और कई दूसरी समस्याएं घेर लेती हैं। खासतौर बच्चों में दांतों की समस्या काफी बढ़ गई हैं। इसलिए डाइट का खास ख्याल रखना जरूरी है। आज हम आपको दांतों के लिए जरूरी विटामिन और मिनरल्स के बारे में बता रहे हैं। इन्हें अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।

कैल्शियम- दांतों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम जरूरी मिनरल है। हर कोई जानता है कि हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम खाना चाहिए। दरअसल, दांतों का इनेमल मुख्य रूप से कैल्शियम से बना होता है। शरीर में कैल्शियम कम होने से इनेमल परत कमजोर होने लगती है और दांतों में सड़न पैदा हो सकती है।

विटामिन डी- कैल्शियम को ठीक से शरीर को अवशोषित करने के लिए विटामिन डी की जरूरत होती है। जिससे दांत मजबूत बनते हैं। यानि सिर्फ कैल्शियम लेने से असर नहीं होगा। इसके साथ विटामिन डी से भरपूर आहार का सेवन भी करें। रोजाना कुछ देर बच्चों को धूप में खेलने के लिए भेजें।

विटामिन सी- आपकी ओवरऑल हेल्थ के अलावा दांतों को स्वस्थ रखने के लिए भी विटामिन सी जरूरी होता है। विटामिन सी आपके मसूड़ों के स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है। जब मसूड़े मजबूत होंगे तो दांत लंबे समय तक उनमें टिके रहेंगे। इसके अलावा विटामिन सी मुंह के सभी सॉफ्ट टिशूज को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। इससे मसूड़ों से जुड़ी बीमारियां कम होती हैं।

फास्फोरस- कैल्शियम और विटामिन डी के अलावा दांतों के लिए फॉस्फोरस भी जरूरी मिनरल है। शरीर दांतों में काफी मात्रा में फास्फोरस पाया जाता है। दांतों की इनेमल को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम को फॉस्फोरस की जरूरत होती है। इसलिए बच्चों को खाने में फास्फोरस युक्त प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ खिलाएं।

पोटैशियम- दांतों को मजबूत बनाने के लिए पोटेशियम भी जरूरी मिनरल है। इससे मसूड़े को ठीक रखने और दांतों को मसूड़ों से सही तरीके से जोड़े रखने में मदद करता है। जब दांत टूट जाए या दांत में कोई चोट लग जाए तो पोटैशियम ही काम करता है। ये मसूड़े के टिशूज को जल्दी ठीक होने में भी मदद करता है।