उपराष्ट्रपति ने ICAR-IARI के मेधावी छात्रों को प्रदान किए मेडल

नई दिल्ली ,25 फरवरी  उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नई दिल्ली में आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-आईएआरआई) के 61वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। श्री धनखड़ ने युवा प्रतिभाओं से भारत की उपलब्धियों और लोकतंत्र की जननी के रूप में इसकी साख पर गर्व करने का आग्रह किया। उपराष्ट्रपति ने संसद को लोकतंत्र का मंदिर बताते हुए कहा कि यह संवाद, बहस, चर्चा और विचार-विमर्श के लिए है और इसे व्यवधान व अशांति का मंच नहीं बनना चाहिए।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 105 के तहत दिए गए विशेषाधिकार बड़ी जिम्मेदारी के साथ मिलते हैं और जिसे नकार नहीं जा सकता है। यह बताते हुए कि सदन के अंदर सदस्यों द्वारा कही गई बातों के लिए उनके खिलाफ कोई दीवानी व फौजदारी मामला दर्ज नहीं किया जा सकता है, श्री धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया कि उपयुक्त विचार और चिंतन के बाद ही संसद में प्रत्येक शब्द बोला जाना चाहिए। उन्होंने कहा, संसद को सूचनाओं के गिरावट का मंच नहीं बनने दिया जा सकता।

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दीक्षांत समारोह के दौरान, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने आईसीएआर-आईएआरआई के मेधावी छात्रों को मेरिट मेडल और पुरस्कार प्रदान किए, और अनाज, फलों व सब्जियों की 16 विभिन्न किस्मों को भी जारी किया। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, आईसीएआर-आईएआरआई के वरिष्ठ अधिकारी और वैज्ञानिक व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।