Maha Shivratri 2023: महाशिवरात्रि पर्व को लेकर पशुपतिनाथ मंदिर सहित जिले भर के शिवालयों में उत्साही तैयारियां पूरी हो गई है। भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर आकर्षक विद्युत साज-सज्जा से जगमगा रहा है। महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान शिव-पार्वती के विवाह को लेकर भक्तों में अपार उत्साह है। गुरुवार को भगवान श्री पशुपतिनाथजी को हल्दी-केसर का उबटन लगाकर भक्तों ने मंगल गीत गाए व मंदिर परिसर में जमकर थिरके। हल्दी उबटन से श्रृंगारित बाबा पशुपतिनाथजी 18 फरवरी दूल्हा बनेंगे। साथ ही माता पार्वती को मेहंदी लगाई गई। मंदिर पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारियां भी पूरी हो गई है।
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महाशिवरात्रि पर शिव-पार्वती विवाह हुआ था। इसी परंपरानुसार महाशिवरात्रि पर्व के दो दिन पहले गुरुवार को भक्तों ने भगवान पशुपतिनाथजी को हल्दी-केसर का उबटन लगाया व माता पार्वती को मेहंदी लगाई। सुबह भक्त पीले वस्त्र धारण कर ढोल- ढमाकों के साथ नाचते एवं मंगल गीत गाते हुए शिवदर्शन अग्रवाल धर्मशाला से हल्दी व मेहंदी लेकर मंदिर परिसर में पहुंचे। भगवान श्री पशुपतिनाथजी को मंत्रोच्चार के साथ हल्दी व माता पार्वती को मेहंदी लगाई गई व उसके बाद बाबा के भक्त नंदी को स्नान कराकर नए वस्त्र धारण कराए गए।
इस अवसर पर खीर की प्रसादी का वितरण भक्तों को किया गया। आशादेवी अग्रवाल व सर्वेश्वर चौधरी ने बताया कि पशुपतिनाथ मंदिर पर पूरे वर्ष आयोजन होते है, शिवरात्रि के पावन पर्व पर शिव-पार्वती विवाह का तीन दिवसीय आयोजन किया जा रहा है। अब 17 फरवरी को मंदिर गर्भगृह में सभी देवताओं को नए वस्त्र धारण कराए जाएंगे। 18 फरवरी को सुबह चार बजे से आयोजन प्रारंभ होंगे। रात में चारों प्रहर में रस से अभिषेक किया जाएगा व अंतिम प्रहर के पश्चात बाबा भोलेनाथ को दूल्हे के रूप में सजाकर आकर्षक श्रृंगार किया जाएगा।
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