अपने जन्मदिन पर भी सिकलसेल जांच व रक्तदान कराएं, पहल सभी को करनी चाहिए – राज्यपाल मंगूभाई पटेल

बड़वानी, 16 फरवरी । सिकलसेल की जांच व उसकी व्यवस्था में अपना जन्मदिन मनाएं। यह एक अच्छी पहल है। अपने जन्मदिन पर सिकलसेल जांच व रक्तदान कराने की शुरुआत सभी करें। सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने ये शुरुआत की है।

मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने ये बातें अग्रणी महाविद्यालय के परिसर में सिकलसेल जांच व रक्तदान शिविर को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि सिकलसेल की बीमारी अनुवांशिक एवं गंभीर बीमारी है जो माता-पिता में से बच्चे को होती है। अज्ञानता की वजह से कभी-कभी बच्चों की मौत तक हो जाती है। अतः हम यह करे कि गर्भवती माता की स्वास्थ्य केंद्रों पर अनिवार्य रूप सिकलसेल की जांच करवाएं।

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अगर माता पाजिटिव पाई जाए तो उसकी विशेष काउंसलिंग कर उसे बताया जाए कि उनके जन्म लेने वाले बच्चे को विशेष खान-पान एवं उपचार की आवश्यकता होगी। अगर गर्भवती माता सिकलसेल पाजिटिव है तो उसे अपने बच्चे के जन्म के साथ ही बच्चे का सिकलसेल टेस्ट कराना चाहिए। अगर बच्चा भी पाजिटिव आता है तो बच्चे के खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि सही उपचार एवं उचित खान-पान से इस बीमारी पर बहुत हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है।

राज्यपाल ने कहा कि सिकलसेल की जांच शासकीय अस्पतालों में तो अनिवार्य रूप से की जाए। उसके साथ ही छात्रावासों, आश्रमों में एवं आंगनवाड़ी में भी बच्चों की सिकलसेल की जांच की जाए। अगर बच्चे पाजिटिव आते है तो उनके घर पर जाकर उनके माता-पिता का भी टेस्ट किया जाए। इससे यह होगा कि स्क्रीनिंग बढ़ेगी क्योंकि लोग तो संकोचवश जांच करवाने आते नही है। बड़वानी जिला आदिवासी बाहुल्य जिला होने से यहां पर सिकलसेल के मरीजों की संभावना ज्यादा है, अतः जिले में जांच को बढ़ाकर लोगों को सिकलसेल के प्रति जागरूक करना होगा। जागरूकता से ही इसका निदान होगा।