नई दिल्ली 04 जनवरी । आज की तारीख पृथ्वी के लिए काफी अहम हैं। पृथ्वी 4 जनवरी 2023 को सूर्य के अपने निकटतम बिंदु पर पहुंच जाएगी। इस घटना को उपसौर के रूप में जाना जाता है, जब पृथ्वी और सूर्य कक्षा में अपने निकटतम बिंदु पर होते हैं। खगोल विज्ञान में इसे पेरीहिलियन कहते हैं। सूरज की परिक्रमा के दौरान साल में एक बार पृथ्वी इसके सबसे नजदीक होती है।
दरअसल, इस प्राकृतिक घटना के परिणामस्वरूप पृथ्वी की जलवायु में कोई परिवर्तन नहीं होता है और पेरिहेलियन की तरह एफेलियन में पृथ्वी जुलाई संक्रांति के दौरान होती है। 4 जनवरी को दुनिया भर के समय क्षेत्रों के आधार पर अलग-अलग वक्त में पृथ्वी सूर्य के सबसे करीब होगी और भारत में यह रात 8.50 बजे के आसपास होगी।
पेरीहिलियन में पृथ्वी दिसंबर के दो सप्ताह बाद देखी जाती है। इस दिन इसकी कक्षा इसे साल के किसी भी अन्य समय की तुलना में लगभग 3 मिलियन मील के करीब लाती है। सूरज से पृथ्वी की औसत दूरी 93 मिलियन मील है, लेकिन पेरीहिलियन के दौरान पृथ्वी, सूरज से केवल 91 मिलियन मील दूर ही रह जाती है।
क्या है अपहेलियन और पेरीहिलियन :
अपहेलियन तब होता है जब पृथ्वी सूर्य से सबसे दूर लगभग 152 मिलियन किलोमीटर दूर होती है। यह आमतौर पर जुलाई की शुरुआत में होता है। वहीं, पेरीहिलियन तब होता है, जब पृथ्वी सूर्य के सबसे करीब यानी लगभग 147 मिलियन किलोमीटर होती है। यह आमतौर पर जनवरी की शुरुआत में होता है।
[metaslider id="347522"]