उन्नाव में बुखार से तप रहे बच्चे, शरीर पर लाल दाने; अब तक 3 की मौत

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बुखार और चेचक से तीन बच्चों की मौत के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. जहां डिप्टी सीएमओ, डब्ल्यू एचओ सर्विलांस टीम समेत सीएचसी की टीम ने पीड़ित के घर पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरु कर दी है. वहीं, मोहल्ले के आधा दर्जन से ज्यादा बच्चों को आ रहे बुखार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ब्लड के सैंपल लिए और दवाएं भी दी है. दरअसल, कस्बे के दलीगढ़ी के रहने वाले इस्तियाक का 10 साला का बेटा ऐहतिशाम व भाई रियाज का 5 साल का बेटा कामिल व डेढ़ साल की बेटी अनाबिया को लगभग एक हफ्ते पहले बुखार आया था.

जिसपर परिजन सीएचसी पुरवा दिखाने लाए, परिजनों ने बताया कि डॉक्टर ने बुखार की दवा दी, जिसके बाद बच्चों को घर ले आए. बीमार होने के बाद अनाबिया अपने ननिहाल पारा थाना मौरावां चली गई, जबकि अन्य दोनों बच्चे घर पर ही थे. बीती 12 दिसंबर की रात को बुखार तेज होने से ऐहतिशाम की मौत हो गई. जबकि अगले ही दिन 13 दिसंबर को कामिल की भी मौत हो गई. दो मौतों की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग मे हड़कंप मच गया.

क्या है मामला?
वहीं, गुरुवार सुबह पारा अपने ननिहाल गई अनाबिया की हालत खराब होने पर ननिहाल से घर दलीगढ़ी पुरवा लाया गया. जहां अनाबिया की भी मौत हो गई. आनन फानन मे गुरुवार को डिप्टी सीएमओ जेआर सिंह, डब्ल्यूएचओ के सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर स्वेतांश समेत सीएचसी की पूरी टीम पीड़ित के घर पहुंच कर जांच में जुट गई.

टीम की जांच में मोहल्ले के बच्चे उजैफ, शमरीन, आसरा, आसिफ, जुनैरा, बानी आदि को बुखार होने पर टीम द्वारा दवा दी गई है. जहां दो और बच्चों में बुखार व लाल चेचक के दाने होने पर टीम ने बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजने की परिजनों से बात कहीं, लेकिन परिजनों ने बच्चों के ठीक होने की बात कह जिला अस्पताल भेजने से मना कर दिया है.

CHC बोले- टीम गठित कर कराई जाएगी जांच-पड़ताल
पिछले चार दिनों में तीन मौतों से स्वास्थ्य विभाग के हांथ-पांव फूल गए है. तीनों बच्चों के शवों को मोहल्ला दलीगढ़ी स्थित कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया. परिजनों ने पुलिस से अभीतक कोई भी शिकायत नहीं की है. इस पर सीएचसी अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि बुखार आने व चेचक के दाने निकलने की सूचना मिली थी, जिसपर पीड़ित के घर पहुंच ब्लड का सैंपल लिया गया और दवा दी गई.

जबकि गंभीर बच्चों को जिला अस्पताल भेजने की बात परिजनों को बताई गई, लेकिन परिजनों ने बच्चों को ठीक होने की बात कह जिला अस्पताल नहीं भेजने की बात कह मना कर दिया. हालांकि, टीम गठित कर पूरे मोहल्ले वासियों की जांच कराई जाएगी.

परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाए लापरवाही के आरोप
इस मामले में मृतक एहतिशाम के पिता इस्तियाक ने जांच-टीम के सामने ही सीएचसी के डॉक्टरों पर लापरवाही कर इलाज करने का आरोप लगाया है. वहीं, मृतक के पिता का कहना था अगर इतनी गंभीर बीमारी थी तो सिर्फ डॉक्टरों ने खानापूर्ति करते हुए बुखार की ही दवा क्यों दी. मृतक के पिता ने कहा पूरे मामले की जांच-पड़ताल कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

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