भोपाल,08दिसंबर । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि तंत्र के प्रयासों में जन का सहयोग सफलता का आधार होता है। किसी भी अभियान के साथ जन-समुदाय का व्यक्तिगत और सामूहिक जुड़ाव उसकी सफलता की संभावना को बहुत बढ़ा देता है। प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान के साथ प्रदेश के जन और तंत्र की सहभागिता, अभियान की सफलता का संदेश हैं। उन्होंने कहा कि तम्बाकू के खेत में बागुड़ नहीं लगाई जाती क्योंकि उसे पशु नहीं खाते हैं। मानव द्वारा उसका सेवन कर अपनी सेहत को खराब करना चिंता और चिंतन का विषय है। इसलिए जरूरी है कि टी.बी. होने के कारण, बचाव और उपचार के लिए नियमित दवा, पोषक आहार के सेवन के साथ ही आहार-विहार की सावधानियों के संबंध में जागरूकता का व्यापक स्तर पर प्रसार किया जाए।
राज्यपाल श्री पटेल कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, भोपाल में टी.बी. मुक्त भारत अभियान म.प्र. के “नि-क्षय मित्र” समारोह को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सोच और कार्य-प्रणाली दुनिया में देश को आगे रखने की है। वैश्विक महामारी कोविड का सामना करने में भारत ने एक मिसाल पेश की है। नए भारत की रीति-नीति और आत्म-विश्वास के साथ टी.बी. उन्मूलन के लिए प्रदेश में हो रहे प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि टी.बी. उन्मूलन अभियान को जन-आंदोलन बनाने के लिए यह बताना जरूरी है कि बीमारी की रोकथाम बहुत सरल है। सुलभ और कारगर नि:शुल्क इलाज उपलब्ध है। बीमारी से जुड़ी हीन भावनाओं और भ्रम को दूर करने के प्रयास भी जरूरी हैं। स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पोषक खाद्य सामग्री को आहार में शामिल करने के संबंध में व्यापक जन- जागरूकता के कार्य किए जाना चाहिए।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सामान्यत: देखा गया है कि बीमारी के इलाज के लिए लोग दवा खाते हैं, लेकिन आहार में सही बदलाव नहीं करते हैं। उन्होंने नि-क्षय मित्रों से अपील की कि पोषण आहार में सहयोग के साथ ही टी.बी. रोग उपचार के लिए आवश्यक आहार-विहार की सावधानियों के पालन में क्षय रोगियों और उनके परिजन का मार्गदर्शन करें।
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