जगदलपुर : ग्रामीण विरासत को पुन: जीवंत बनाने कर रहे हैं प्रयास : लखेश्वर


जगदलपुर, 06 दिसंबर। जिले के बकावंड़ ब्लाक अंर्तगत ग्राम पंचायत कोसमी के आश्रित पारा लींम्बोगुडा में 35 वर्ष पुरानी लोककला सीताराम उड़िया नाट के नये अध्याय को मंगलवार को बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल के द्वारा शुभारंभ किया गया।

ग्राम पंचायत कोसमी के आश्रित पारा लींम्बोगुडा में 35 वर्ष पहले उड़िया के गुरु आये थे, जिन्होंने सीताराम नाट सिखाया था, जो उस वक्त काफी चर्चित रही। लेकिन नाटगुरु के निधन के पश्चात आज उस सीताराम नाट को उनके पोते लखिधर ने 25 वर्ष बाद फिर नये रुप में प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया।

बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा कि, मनुष्य जीवन में हर कोई व्यक्ति के अंदर कोई ना कोई कला जरूर रहता है। वर्तमान में टीवी, सिनेमा के माध्यम से लोग का मनोरंजन कर रहे है, लेकिन यह एक अच्छा और सुंदरपल है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपनी पुरानी विरासत को पुन: नये रूप में जीवंत बनाने का प्रयास कर रहे हैं। मंगलवार को बस्तर के कई युवक-युवतियां भी इस लोककला के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे है।

इस दौरान सांसद प्रतिनिधि जगमोहन बघेल, बस्तर मछुआ कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधु निषाद, पांचो राम, विद्याधर, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष नीलम कश्यप एवं कार्यकर्ता एवं ग्रामवासी मौजूद रहे।