हम किताब थे.. किताब ही रह गए…… तुम कहानी थे..और बदलते चले गये……

वरिष्ठ पत्रकार शंकर पांडे-रायपुर,26 नवंबर । भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव का पारा तेजी से इस कदर बढ़ा है कि कांग्रेस और भाजपा में जुबानी जंग तेज हो गई है। भाजपा प्रत्याशी ब्राम्हानंद के खिलाफ झारखण्ड में पस्को एक्ट के तहत न्यायालय में मामला होने के आरोप के बीच ही पूर्व सीएम रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लेकर एक टिप्पणी भी चर्चा में है… उन्होंने कहा था कि चूहा..बघवा बना बैठा है, वोट का गंगाजल छिड़क कर फिर से मुसवा बना दो।

वे भानुप्रतापपुर में आयोजित चुनावी सभा में यह कहा था । इस बयान को उन्होंने अपने टिवटर पर भी पोस्ट कर दिया।इसी बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया को दिए अपने बयान में पूर्व सीएम रमन सिंह पर पलटवार भी किया और कहा कि मैं एक छत्तीसगढ़िया किसान हूं। मुझे वे कभी चूहा, बिल्ली और कुत्ता जैसे विशेषणों से विभूषित कर रहे हैं,उन्हें छत्तीसगढ़िया किसान का मुख्यमंत्री होना बर्दाश्त नहीं हो रहा है। ये उनकी सामंती प्रवृति को दर्शाता है….दरअसल एक कहानी है…एक साधु की कुटिया के पास एक चूहा रहता था। एक दिन वह बाहर घूम रहा था कि एक बिल्ली उसे खाने के लिए आई। वह भागकर साधु के पास गया और बोला कि ये बिल्ली मुझे रोज खाने की कोशिश करती है, मुझे बिल्ली बना दो। साधु ने गंगाजल छिड़का, चूहा, बिल्ली बन गया। अब वो कुटिया से निकला तो कुछ कुत्ते पीछे पड़ गए। वो भागकर फिर साधु के पास पहुंचा और बोला मुझे कुत्ते डराते हैं, अब मुझे कुत्ता बना दो। साधु ने फिर गंगाजल छिड़का और चूहा अब कुत्ता बन गया। कुत्ता बनने के बाद वो जंगल घूमने गया, वहां शेर ने उसको दौड़ाया। चूहा फिर साधु के पास पहुंचा और बोला मुझे शेर बना दो तो कोई मुझे नहीं डराएगा। साधु ने उसको शेर बना दिया, अब शेर बनते ही चूहा बोला, मुझे भूख लगी है…मैं तुमको खा जाउंगा। डॉक्टर रमन ने जनता से कहा कि ऐसे ही आप लोगों ने वोट देकर चूहे को शेर बना दिया है, अब फिर मौका है कि आप वोट का गंगाजल छिड़को और चूहे को फिर चूहा बना दो…..?

आरक्षण:09वीं अनुसूची और विशेष सत्र….

छत्तीसगढ़ में में विधानसभा के विशेष सत्र में आरक्षण को लेकर संशोधन विधेयक पारित कराकर 9वीं अनुसूची में शामिल करने लोकसभा में भेजा जाएगा और इस तरह यह मामला केंद्र की मोदी सरकार के पाले में डाल दिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि जिन राज्यों में 50%से अधिक आरक्षण है वहाँ यही प्रक्रिया अपनाई गईं है।

9वीं अनुसूची में शामिल होने पर उसे न्यायालय में भी चुनौती नहीं दी जा सकेगी।वर्तमान में संविधान की 9वीं अनुसूची में 284 कानून शामिल हैं और इन्हे न्यायिक समीक्षा संरक्षण प्राप्त हैं याने अदालत में इसे चुनौती नहीं दी जा सकती है। विस के 1और 2दिसम्बर के विशेष सत्र में संभवत:छग सरकार 9वीं अनुसूची की प्रक्रिया अपना सकती है….?

अगला मुख्य सूचना आयुक्त कौन ?

छत्तीसगढ़ का अगला मुख्य सूचना आयुक्त कौन होगा ? रिटायर्ड आईएएस एम के राउत 11 नवंबर को मुख्य सूचना आयुक्त के पद से रिटायर हो गए हैं। सूचना आयुक्त अशोक अग्रवाल का कार्यकाल भी समाप्त हो गया है । इसके बाद सूचना आयोग में गैर आईएएस मनोज त्रिवेदी और धनवेन्द्र जायसवाल सूचना आयुक्त के तौर पर रहेंगे। दोनों को पुराना प्रशासनिक अनुभव नहीं है। तो क्या नए मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति तक दोनों ही आयोग को चलाएंगे..?माना जा रहा है कि नए मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति जल्दी हीं होगी। अब सरकार पर निर्भर है कि मुख्य सूचना आयुक्त किसी रिटायर्ड आईएएस, आईपीएस या रिटायर्ड हाईकोर्ट जज को बनाती है।कई राज्यों में रिटायर जज और आईपीएस मुख्य सूचना आयुक्त रह चुके हैं। कुछ राज्यों में अभी हैं , लेकिन छत्तीसगढ़ में रिटायर्ड आईएएस ही अब तक मुख्य सूचना आयुक्त रहे हैं।

तेंदुए के 2,सफ़ेद बाघ का एक शावक और नील गाय ने 2 बछड़े….

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में जंगल गए ग्रामीणों को तेंदुए के 2 शावक मिले हैं। इन दोनों शावकों को ग्रामीणों ने वन विभाग को सौंप दिया है अब वन विभाग की टीम इन दोनों शावकों को रायपुर के जंगल सफारी भेज दिया है। बताया जा रहा है कि तेंदुए के इन दोनों शावकों की उम्र करीब 4 से 5 दिन की ही है। दोनों शावक स्वस्थ हैं। मामला जिले के मद्देड़ रेंज का है।

इधर दुर्ग जिले के मैत्री बाग चिड़ियाघर में एक सफेद बाघिन ने नर शावक को जन्म दिया है।अधिकारियों ने के अनुसार भिलाई स्थित मैत्री बाग में सफेद बाघिन ने नर शावक को जन्म दिया है। शावक के जन्म के साथ ही इस चिड़ियाघर में सफेद बाघों की संख्या सात हो गई है।इधर कांगेर घाटी के प्रजनन केंद्र से खुशखबरी आई है। यहां रखी गई नील गाय की वंशवृद्धि हो गई है। यहां मादा नील गाय ने दो स्वस्थ बछड़ों को जन्म दिया है। ऐसा पहली बार है जब कांगेर घाटी में बनाए गए प्रजनन केंद्र में किसी जीव ने बच्चों को जन्म दिया है। प्रजनन केंद्र कांगेर घाटी में पहले 6 नील गाय थीं। इनमें से एक मादा ने अभी कुछ दिनों पहले दो बछड़ों को जन्म दिया है। इसके साथ ही अब यहां इनकी संख्या 8 हो गई है।

04माह में ,04भूकंप के झटके…..

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में इस वर्ष लगातार भूकंप के झटके आ रहा हैं. यलो जोन में शामिल कोरिया जिले में 4 माह के भीतर 4 भूकंप के झटके आ चुके हैं. कोरिया जिलेवासियों के मन में बार-बार धरती दहलने की वजह से चिंता साफ झलक रही है।नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार जब झटके महसूस किए गए तब रिक्टर पैमाना में 4.8 मापा गया. यह झटके 10 किलो मीटर की गहराई में आए. अक्षांश 23.33 और देशांतर 82.58 पर यह भूकम्प आया है. कोरिया जिला यलो जोन में शामिल है. मतलब यही है कि यहां भूकंप की संभावनाएं लगातार बनी रहेगी। देश के कई राज्य व जिले ऐसे हैं, जिनको अलग-अलग जोन में विभाजित किया गया है।जहां माइंस का संचालन होता है वहां आते हैं भूकंप..इस साल लगातार चार माह में चौथी बार झटके महसूस किए गए हैं. यानी हर माह में एक झटका लोगों के लिए चिंताजनक बना हुआ है. इस साल पहला झटका 11 जुलाई, दूसरा झटका 29 जुलाई , तीसरा 04 अगस्त को और चौथा झटका 14 अक्टूबर को आया था। विशेषज्ञों के मुताबिक भूकंप आने की कई वजह हो सकती हैं. जिन क्षेत्रों में माइंस का संचालन होता है, वहां झटके आते हैं. इसके अलावा बड़े डेम, जलाशयों को निर्माण भी इसका एक कारण माना जाता है….

और अब बस….

0पूर्व डीजीपी की एसीबी में तैनाती कहीं सम्मानजनक रिटायरमेन्ट तो नहीं है?
0भाजपा के प्रभारी ओम माथुर छ्ग में कॉंग्रेस को चुनौती नहीं मानते हैं पर युद्ध स्तर पर जुटने की अपील भी कार्यकर्त्ताओं से करते हैं?
0भानुप्रतापपुर उप चुनाव के बाद बस्तर रेंज में नये आईजी की तैनाती की भी चर्चा हो रही है।