RAIPUR NEWS : सेल की स्वर्ण जयंती कहानी लेखन प्रतियोगिता में कमलेश गोगिया को दूसरा स्थान

रायपुर,19 नवंबर ।  मैट्स यूनिवर्सिटी रायपुर के कला एवं मानविकी अध्ययनशाला के हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एवं पत्रकार डॉ. कमलेश गोगिया नेे स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की ’’स्वर्ण जयंती कहानी लेखन प्रतियोगिता- 2022’’ में पूरे छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी संवर्ग में दूसरा स्थान अर्जित किया है। इस प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के ट्वीटर एकाउंट, वेबसाइट व फेसबुक में की गई। भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय पीआईबी हिन्दी के अनुसार इस प्रतियोगिता का शुभारंभ 27 मई, 2022 को सेल के वर्तमान ’’स्वर्ण जयंती वर्ष’’ (24 जनवरी, 1973) के दौरान किया गया था। हिंदी और अंग्रेजी, दोनों, भाषाओं में आयोजित यह प्रतियोगिता ’’पिछले पांच दशकों में राष्ट्र निर्माण में सेल के योगदान’’ पर केन्द्रित थी।

इस प्रतियोगिता में हिन्दी संवर्ग में हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एवं पत्रकार डॉ. कमलेश गोगिया ने पूरे छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी संवर्ग में द्वितीय पुरस्कार जीता। इस प्रतियोगिता का आयोजन देशभर के प्रतिभागियों को अपनी रचनात्मकता और लेखन कौशल दिखाने का अवसर प्रदान करने के लिए किया गया था। इस प्रतियोगिता में देश भर से बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया और अपनी कहानियों के माध्यम से पिछले पांच दशकों में राष्ट्र और समाज के निर्माण में सेल की भूमिका को दर्शाया। सभी विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए जायेंगे। मैट्स यूनिवर्सिटी के हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा अंसारी ने बताया कि डॉ. कमलेश गोगिया को पत्रकारिता में  उत्कृष्ट योगदान  के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने वर्ष 2004 में चंदुलाल चंद्राकर पत्रकारिता फेलोशिप से सम्मानित किया था।

डा.ॅ गोगिया के राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विविध विषयों में अनेक शोध पत्रों का प्रकाशन होता  रहा है और हिन्दी साहित्य की विविध विधाओं में भी उनका लेखन- कार्य जारी है। डॉ. कमलेश गोगिया की इस उपलब्धि पर मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति गजराज पगारिया, महानिदेशक प्रियेश पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांड, कुलसचिव गोकुलनंदा पंडा सहित विश्वविद्यालय परिवार तथा हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा अंसारी, सभी प्राध्यापकों डॉ. रमणी चंद्राकर, डॉ. सुनीता तिवारी, डॉ. सुपर्णा श्रीवास्तव, प्रियंका गोस्वामी, सुश्मिता मिश्रा तथा सभी विद्यार्थियों ने हर्ष व्यक्त किया है तथा सेल के रचनात्मक प्रयासों की सराहना की है।

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