स्कूल न जाने पर बहन की शिकायत पर कक्षा 7 के छात्र ने फंदे से लटक कर दी जान

मुरादाबाद, 18नवम्बर। मुरादाबाद के थाना मैनाठेर क्षेत्र के ग्राम मिलक गुरेर निवासी बढ़ाई शमीम सैफी का 16 वर्षीय बेटा कादिर गांव के एक स्कूल में कक्षा 7 में पढ़ रहा था। गुरुवार को कादिर की बहन ने उससे स्कूल चलने के लिए कहा तो उसने स्कूल जाने के लिए मना कर दिया। इस पर उसकी बहन ने कहा कि वह उसकी शिकायत स्कूल शिक्षिका से करेगी। इसके बाद कादिर कमरे में चला गया और फंदे पर लटक कर जान दे दी।

थाना मैनाठेर क्षेत्र के ग्राम मिलक गुरेर निवासी कारपेंटर शमीम के तीन बेटी और दो बेटे हैं। कादिर सबसे छोटा था। शमीम सैफी बीमार पत्नी आमना का इलाज कराने के लिए डींगरपुर गांव में निजी अस्पताल में थे। करीब दस बजे कादिर से उसकी छोटी बहन गुलफिजा ने स्कूल चलने के लिए कहा तो वह स्कूल जाने में आनाकानी करने लगा। इस पर उसकी बहन से कहा कि मास्टर साहब से कह दूंगी कि कादिर घर पर ही है और स्कूल नहीं आया है। यह बात सुनकर कादिर क्षुब्ध हो गया और कमरे में घुस गया। कुछ घंटे बाद जब बहन ने कमरे का दरवाजा खोलने का प्रयास किया तो कमरे के अंदर से कुंडी लगी हुई थी। इसके बाद अनहोनी की आशंका से कादिर के भाई-बहन से शोर मचा दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग आ गए और दीवार की ईंटें निकालीं तब कमरे के अंदर जाकर देखा तो कादिर के गले में बिजली के केबिल का फंदा था, जो छत पर लगी बल्ली के सहारे लटका था। आनन-फानन में उसको नीचे उतार कर डींगरपुर के एक चिकित्सक के पास ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। देर शाम को मृतक छात्र कादिर के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इस घटना के मृतक के परिजनों का जहां रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं पूरे गांव में गमगीन माहौल छा गया है।

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