राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पहुंचीं महिला स्व-सहायता समूह सम्मेलन में

भोपाल, ,16 नवंबर  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु फिलहाल मप्र के दो-दिवसीय प्रवास पर है। वह मंगलवार को शहडोल में आयोजित राज्‍यस्‍तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम छह बजे भोपाल पहुंचीं। आज वह भोपाल में मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन में भाग ले रही हैं। सुबह करीब सवा ग्‍यारह बजे राष्‍ट्रपति लाल परेड ग्राउंड पर स्‍थित मोतीलाल नेहरू स्‍टेडियम कार्यक्रम स्‍थल पर पहुंचीं। इस दौरान उनके साथ राज्‍यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत अनेक गणमान्‍य लोग मौजूद हैं।

प्रदेश के मंत्रियों ने कार्यक्रम स्‍थल पर राष्‍ट्रपति का आत्‍मीय स्‍वागत किया। राष्‍ट्रपति ने यहां पहुंचकर महिला स्वसहायता समूह के उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद वे कार्यक्रम के मंच पर पहुंचीं। इस कार्यक्रम में प्रदेशभर से 15 हजार समूह की महिलाएं पहुंची हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार भोपाल आई राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु महिला स्व-सहायता समूह के सम्मेलन को संबोधित करेंगी।

जनजातीय संग्रहालय का किया अवलोकन

इससे पहले राष्‍ट्रपति मुर्मु आज सुबह नौ बजे श्‍यामला हिल्‍स पर स्‍थित जनजातीय संग्रहालय भी पहुंचीं। राष्ट्रपति मुर्मु ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में जनजातीय संग्रहालय का अवलोकन किया। राष्ट्रपति महोदया का पद्मश्री भूरी बाई ने जनजातीय संग्रहालय आगमन पर अंग वस्त्रम भेंट कर आत्मीय स्वागत किया। राष्ट्रपति मुर्मु ने जनजातीय संग्रहालय स्थित जनजातीय जीवन वीथिका, जनजातीय परिवेश के बच्चों के खेलों पर केन्द्रित वीथिका, लिखन्दरा प्रदर्शनी दीर्घा और चिनहारी संग्रहालय स्टॉल का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि जनजातीय जीवन दीर्घा में प्रदेश में निवासरत गोंड, बैगा, भारिया, सहरिया, भील और कोरकू आदिवासी समुदायों के आवासों की वास्तुगत, शिल्पगत, व्यवहारगत विशेषताओं और उनकी जीवनशैली को प्रदर्शित किया गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने राष्ट्रपति को इन वीथिकाओं के संबंध में परिचयात्मक जानकारी दी। राष्ट्रपति ने संग्रहालय के आकल्पन व प्रदर्शन विधा की सराहना की। राष्ट्रपति को प्रस्थान के समय, जनजातीय संग्रहालय की ओर से भगवान गणेश की धातुशिल्प से निर्मित लघु प्रतिमा, भारिया देवलोक सहित अन्य पुस्तकों का सेट व गोंड पेंटिंग भेंट की गई।

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