खाली पेट रहने वाली महिलाओं को एसिडिटी से पेट में अमाशय का कैंसर हो रहा है। एसकेएमसीएच स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल में हर महीने 50 से 60 पेट के कैंसर के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इसकी पुष्टि अस्पताल की सहायक अधीक्षक डॉ. तुलिका ने की। बताया कि जुलाई से सितंबर तक कैंसर अस्पताल में 226 पेट के कैंसर के मरीज पहुंच चुके हैं, जिनमें 116 महिलाएं हैं।
कैंसर अस्पताल के प्रभारी डॉ. रविकांत सिंह ने बताया कि अस्पताल में पेट के कैंसर के मरीजों का ऑपरेशन भी किया जा रहा है। कई मरीजों की कीमोथेरेपी भी चल रही है। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि लंबे समय एसिडिटी के कारण पेट में कैंसर मिल रहा है।
30 से 40 वर्ष के लोग हो रहे शिकार :
होमी भाभा कैंसर अस्पताल में कैंसर विशेषज्ञ डॉ. शांतनु पवार ने बताया कि अमाशय कैंसर के शिकार 30 से 40 वर्ष के युवा हो रहे हैं। इसका कारण उनकी जीवनशैली की अनियमितता और खानपान है। महिलाएं घर के कामकाज में अधिक समय तक खाली पेट रहती हैं, इसलिए उनके पेट में एसिडिटी बनती है। इससे महिलाएं ज्यादा इस बीमारी की शिकार हो रही हैं। उन्होंने बताया कि जनवरी से अक्टूबर तक पेट के कैंसर के 10 ऑपरेशन हमलोग कर चुके हैं। एसिडिटी से कैंसर होने वाले हर महीने करीब आठ मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।
एसिडिटी से कैसे होता है कैंसर :
डॉ. शांतनु ने बताया कि लंबे समय तक पेट में एसिडिटी बनने से पेट के अंदर एचपाइलोरी इंफेक्शन होता है। यह डीएनए को डैमेज करता है। यही इंफेक्शन आगे जाकर पेट में कैंसर बनाने लगता है। एसिडिटी के कारण एसिड डिस्बैलेंस हो जाता है। एसिडिटी के कारण अमाशय के बेस का तालमेल गड़बड़ हो जाता है, जिससे वहां कैंसर पनपने लगता है। लंबे समय की एसिडिटी से पेट में म्यूकस और डीएनए रीपेयर नहीं हो पाता है। डॉ. पवार ने बताया कि पेट में एसिडिटी बन रही है तो मरीज जाकर डॉक्टर से अपनी जांच कराएं। इसके लिए इंडोस्कोपी कराई जाती है। इंडोस्कोपी से पेट में इंफेक्शन का पता चलता है। उन्होंने बताया कि पेट के कैंसर के इलाज में ज्यादातर मरीज कीमोथेरेपी से ठीक हो रहे हैं।
केमिकल वाले अचार बड़ा कारण :
कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि पेट में एसिडिटी बनने और फिर कैंसर में बदलने में केमिकल युक्त खाना बड़ा कारण है। डॉक्टरों ने बताया कि बाजार में आज कई केमिकल वाले अचार मिलते हैं, इसे खाने के बाद पेट में एसिडिटी बनने लगती है। शराब से भी दूर रहना जरूरी है।
किस महीने कितने कैंसर मरीज आए :
जुलाई- 85- पुरुष-40 महिलाएं-45
अगस्त- 74- पुरुष-38 महिलाएं-37
सितंबर- 67- पुरुष-32 महिलाएं-35
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