सीएमएचओ कर रहे घर-घर डेंगू जांच अभियान की निगरानी

जगदलपुर ,13अक्टूबर। जिले में डेंगू-मलेरिया को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे अभियान जारी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनके रोकथाम हेतु मच्छरों और लार्वा के पनपने के स्रोत की पहचान कर उनको नष्ट करने की मुहिम भी लगातार चलाई जा रही है। इस दौरान स्वास्थयकर्मी मौसमी बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे, जिसकी निगरानी सीएमएचओ द्वारा की जा रही है। मंगलवार को जिले में हुई जांच में 18 घरों और 38 कन्टेनरों में लार्वा मिले जिन्हें तत्काल नष्ट किया गया। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सम्बन्धित दैनिक रिपोर्ट के अनुसार, बस्तर में 1 जुलाई 2022 से अब तक मलेरिया के कुल 618 मरीज और डेंगू के 1729 मरीज मिले हैं।

इस सम्बन्ध में सीएमएचओ डॉ.आर.के.चतुर्वेदी ने बताया: ” इन दिनों में डेंगू बीमारी के बढ़ने की सम्भावना रहती है, इसलिए लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है। डेंगू को लेकर विभाग पूरी तरह से गंभीर है। वर्तमान में शहर के 5 वार्ड और नगरनार औद्योगिक क्षेत्र से डेंगू-मलेरिया के केस आ रहे हैं। बीते दिनों जिन इलाकों में अधिक केस मिले थे, वहां पर भी व्यापक रूप से जांच की जा रही है। स्वास्थ्य कर्मी दल घर में तथा ऊपर छत जा कर भी यह देख रहे है कि कहीं पानी में लार्वा तो नहीं पनप रहा है। अगर ऐसा होता है तो मौके पर ही लार्वा को नष्ट किया जा रहा है। इसके अलावा नाली की सफाई और इवनिंग फॉगिंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।”

उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बताया: “डेंगू की शुरुआत में सामान्य सा लगने वाला यह बुखार देरी या गलत इलाज से जानलेवा साबित हो सकता है। मच्छरों से बचाव और वक्त पर सही इलाज हो तो हालात कंट्रोल में रहते हैं। सर्वे के दौरान किसी में बुखार के लक्षण नजर आने पर तुरन्त उनकी जांच की जा रही है। ऐसे में लोगों से अपील है कि प्रशासन की तरफ से जारी हिदायतों का पालन करें। किसी भी व्यक्ति में डेंगू बुखार के लक्षण नजर आएं तो संबंधित क्षेत्र के सरकारी अस्पताल में निःशुल्क जांच करवाएं, इससे बीमारी की पुष्टि होने पर इलाज शुरू हो जाएगा।”



मच्छर जनित बीमारियों से ऐसे बचें
    शरीर को ढंक कर रखें, जिससे मच्छरों से बचाव किया जा सके।
    जिन स्थानों पर डेंगू, मलेरिया बुखार का संक्रमण है उन स्थानों पर सावधानी बरतें
    मच्छरों से बचाव के लिए दवाइयों या स्प्रे को प्रयोग में लाते रहें।
    रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना सबसे सुरक्षित होता है।
    2-3 दिनों से तेज बुखार की दिक्कत है तो डॉक्टर की सलाह पर खून की जांच जरूर कराएं।
    घर एवं दुकानों पर पुराने टायर, मटके, कबाड़ आदि में पानी एकत्र न होने दें।
    जमा हुए पानी में जले मोबिल ऑयल की कुछ बूंदें डालें, जिससे पानी पर छोटी परत बन जाए