SUSPENDED : स्वास्थ्य विभाग में उजागर हुआ Asha dairy ghotala, कलेक्टर ने 2 अधिकारियों को किया निलंबित 

मध्यप्रदेश, इंदौर। जिले में स्वास्थ्य विभाग में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। यहां के स्वास्थ्य केंद्रों में बिना ऑर्डर किये ही आशा डायरी सप्लाई की जा रही थी। इस मामले में एक सप्लायर संलिप्तता सामने आने पर उसके खिलाफ कलेक्टर ने FIR दर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं।

जिला कलेक्टर मनीष सिंह को इस बात इस बात की जानकारी मिली थी कि तीन दिन पहले से तीन महीने पहले तक एकाएक कई जगह आशा डायरी सप्लाई हुई थी जिसके ऑर्डर की जानकारी किसी को नहीं थी जिसके बाद बैठक में इस बारे में जानकारी ली तब मालू चला कि जिले की आशा कार्यकर्ता की हेड DCM हैं उनके द्वारा सप्लाई की गई थी।

कलेक्टर ने इससे सम्बंधित पूछताछ की कि ये कौन सी सप्लाई है जो बिना ऑर्डर हो रही है, तब मालूम हुआ कि शाहरुख उर्फ गुलजार का फोन आया था जो स्वास्थ्य केंद्रों में सप्लाई करता है उसने पूछताछ की थी कि किस-किस जगह में आशा डायरी डिमांड है। कलेक्टर ने बताया कि पिछले एक साल से इस तरह का कोई ऑर्डर नहीं दिया गया था। उन्होंने आगे बताया कि शाहरुख़ का नाम खरीदी की अनियमितताओं में समय-समय पर आता है।

बिना किसी अधिकृत ऑर्डर प्लेसमेंट के सभी ब्लॉक में आशा डायरी डिलीवर की गई जिसकी जानकारी सीएमएचओ, सिविल सर्जन, डीपीएम, डीसीएम किसी के पास नहीं थी। उक्त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर द्वारा अपर कलेक्टर अभय बेडेकर के नेतृत्व में जांच दल गठित कर विगत 2 वर्षों में क्रय की गई सामग्री तथा बिलों के भुगतान की स्थिति की जांच करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने स्टोर प्रभारी इंद्रमणि पटेल एवं सहायक स्टोर प्रभारी कैलाश तायरे को निलंबित करने के निर्देश दिए। उक्त मामले में शाहरुख उर्फ गुलजार नाम के व्यक्ति की संलिप्तता भी पाई गई है।

कलेक्टर ने कहा, आज ADM के नेतृत्व में एक दल गठित किया है जिसमे इन मामलों को लेकर जांच की जाएगी। साथ ही शाहरुख़ नामक व्यक्ति का इसमें क्या किरदार है, स्वास्थ्य विभाग में इसका क्या किरदार है इन मामलों की जांच की जाएगी। अगर जरूरत पड़ी तो उसके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई जाएगी।

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